वसन्त पर्व के त्रिदिवसीय आयोजन का हुआ समापन
वसन्त पर्व के त्रिदिवसीय आयोजन का हुआ समापन

बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल

स्थानीय गायत्री प्रज्ञापीठ में वसन्त पर्व के अवसर पर आयोजित त्रिदिवसीय कार्यक्रमों का पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ के माध्यम से समापन हुआ। पर्व दिवस की पूर्व संध्या को 40 दिवसीय साधना अनुष्ठान के संकल्प भी कराए गए ये साधक विशेष रूप से साधना के लिए निर्मित कक्ष में आकर विश्वकल्याण के लिए मंत्रजप एवं मंत्रलेखन व सामूहिक साधना करेंगे। सभी कार्यकर्ताओं ने पर्व के संबंध में उद्बोधन के माध्यम से अभिव्यक्तियाँ दी। प्रज्ञापीठ के संरक्षक एवं वरिष्ठ समाजसेवी सीएम बेले ने प्रज्ञापीठ में गोशाला खोलने तथा सभी वार्डों में पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ की श्रृंखला चलाने की रूपरेखा रखी जिसका सभी ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। कार्यक्रम में रेखा काले, गोविल झोड़ एवं विशाल बेले का जन्मदिन भी मनाया गया। वसन्त पर्व को धर्मध्वजारोहण एवं "ओ धर्म की पताका" ध्वजगान के बाद पंचकुण्डीय गायत्री महायज्ञ में अनेकों श्रद्धालुओं ने यज्ञ भगवान को आहुतियाँ समर्पित कर सभी के जीवन में वासन्ती उल्लास व सुख समृद्धि की कामना की। यज्ञ में गुरूदीक्षा संस्कार भी सम्पन्न हुए तथा उपस्थित श्रद्धालुओं ने भण्डारे में प्रसाद ग्रहण किया।