परशुराम भगवान का मंदिर तोडना घोर पाप है।
परशुराम भगवान का मंदिर तोडना घोर पाप है।


काँग्रेस नेता एवं एनएसयूआई छात्र नेता विपिन चौबे ने कहाँ अकसर हमारे पूर्वज कहाँ करते थे एवं लोग कहते हैं द्वापर युग त्रेतायुग इत्यादि के पश्चात कलयुग आएगा। कलयुग में अधर्म, अत्याचार,हिंसा,लूट धार्मिक स्थानो का विध्वंस जैसी घटनाएँ घटित होगी । कलयुग का आगमन हो चुका हैं । ऐसा लगता है भारतीय जनता पार्टी वोट बैंक के लिए भगवान का उपयोग करती हैं बाकी किसी भी देवी देवता को नहीं मानती,ब्राह्मणों को नहीं मानती। रीवा जिले में देखा जाए तो समस्त वर्ग व धर्म के लोग निवासरत है। और बहुत सारी शासकीय जमीन बहुतायत मात्रा में अतिक्रमण किए हुए हैं इस पर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं हैं । मन, वचन, और कर्म से ब्राह्मणों का अपमान प्रशासन को कभी नही करना  चाहिए । क्योकि भगवान् श्रीराम ने इस बात को रामायण में कहा है( " विप्र वंश की अस प्रभुताई, अभय हो जो तुम्हिहं डराई।") ब्राहम्ण का अपमान जीवन में कभी नहीं करना चाहिए क्योकि ब्राह्मण के अपमान से जीवन का पतन हो जाता है। अतः प्रशासन पुनः मंदिर को बनाए । नही तो छात्र एवं समस्त जनता रोड मर उतारेगी ।