कन्नोद 2 दिनों के अंतराल में दो काले हिरणों की मौत जिसे कृष्ण मृग कहा जाता है
कन्नौद सतवास मार्ग पर किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से काले हिरण की मौत हो गई हिरण काफी समय तक सड़क किनारे यूं ही पड़ा रहा कुत्ते उसका नोचकर खा रहे थे क्षेत्रवासियों ने इसकी सूचना जब विभाग के कर्मचारियों को दी जब जाकर कहीं मौके पर विभाग के कर्मचारी पहुंचे एवं हिरण को का शव लेकर जंजाल खीरी डिपो मैं पोस्ट मैडम के लिए ले गए
इसी तरह
पानी गांव परिक्षेत्र में पहली बार दिखा कृष्ण मृग(काला हिरण) घायल अवस्था में बुधवार सुबह जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।
पानी गांव वन परिक्षेत्र की जागठा बीट के कक्ष क्रमांक 153 में घायल अवस्था में पड़े नर काले हिरण की जानकारी ग्रामीणों ने वन विभाग को दी सूचना मिलने पर डिप्टी रेंजर सूरज ढांडे वन कर्मियों के साथ पहुंचे और एंबुलेंस के जरिए बिजवाड स्थित परीक्षेत्र कार्यालय में लेकर आए जहां प्राथमिक उपचार देते समय उसकी मौत हो गयी। उल्लेखनीय है कि पानी गांव वन परिक्षेत्र में पहली बार काला हिरण जो कृष्ण मृग के नाम से पहचाना जाता है मिला यह नर हिरण था बडे़सिंगो बाला ।डिप्टी रेंजर धांडे ने बताया कि मृग संभवत तारों में उलझ कर बुरी तरह घायल हुआ था प्राथमिक उपचार दिया गया लेकिन उपचार देते समय ही परिक्षेत्र कार्यालय में उसकी मौत हो गई बाद में उसका पीएम कर दाह संस्कार कर दिया गया।
पानी गांव परिक्षेत्र में कृष्ण मृग होने की अभी तक कोई जानकारी विभाग के पास नहीं थी पहली बार नर कृष्ण मृग जिसके सिंग बड़े होते हैं वह मिला है इससे पता चलता है कि झुंड में रहने वाले इस प्रजाति की मौजूदगी परिक्षेत्र में हे
कन्नौद से श्रीकांत पुरोहित की रिपोर्ट