होशंगाबाद- आज 1 मई 2020 को मजदूर दिवस होने पर प्रदेश के या यूं कहो देश के प्रत्येक मजदूरों को प्रदेश सरकारों की आपसी अनुशंसा से अपने-अपने गृह निवास बुलाने की प्रक्रिया चालू हुई, 1 माह से अधिक समय से लाक डाउन मैं फंसे मजदूरों के चेहरे पर खुशी साफ दिखाई दे रही थी अपनों परिजनों से मिले अपनों परिजनों को देखें महीने भर से ज्यादा हो चुका है, तहसीलदार आलोक पारे ने बताया पहले 128 थे और लोगों के आने पर यह संख्या 148 हो गई थी, जाने के लिए जो कि पहले कम थे 128 के मेडिकल परीक्षण कराए गए जो कि फिट आए लेकिन एक साथ पूरे प्रदेश से उत्तर प्रदेश में आने वालों की संख्या अधिक होने से और बॉर्डर पर भीड़ बढ़ जाने से आज जाने वालों को आज नहीं भेज पा रहे हैं शासन ने उनके खाने-पीने का इंतजाम भी कर दिया था वैसे तीन बसें खड़ी कर दी थी लेकिन आगे अव्यवस्था ना हो इसके लिए आज यात्रा रोक दी गई है जायज है इतने दिनों से फंसे लोग अपने घर जाने के लिए आतुर थे उस समय वह सोशल डिस्टेंस का भी पालन करना भूल गए घर जाने की खुशी में। प्रदीप गुप्ता की रिपोर्ट
आपसी अनुशंसा से अपने-अपने गृह निवास बुलाने की प्रक्रिया चालू हुई
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