अनियमितता से निर्माण की कहानी जुवाडी का सरकारी अस्पताल
*अनियमितता से निर्माण की कहानी जुवाडी का सरकारी अस्पताल*
जिला बैतूल के घोड़ाडोंगरी  तहसील क्षेत्र  में बैतूल से घोड़ाडोंगरी मुख्य मार्ग पर स्थित जुवाडी ग्राम पंचायत के तहत आने वाले सराकरी अस्पताल की न जाने कितने बार कितने अखबारों की सुर्खियों में रही मगर अब तक कोई भी उच्च अधिकारी ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की सत्ताधारी बीजेपी पार्टी के प्रमुख नेता सांसद, विधायक,और प्रशाशन के आला अधिकारियों की चिंता जनक चुप्पी साधे हुए ही नजर आए ।घोड़ाडोंगरी  के  सीईओ के हिसाब से ये सरकारी अस्पताल के निर्माण का कार्य बैतूल जिले के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हो रहा है बताया गया। इसका जवाब वे ही देंगे कहा ।लेकिन इस सरकारी अस्पताल की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने वाले नेता सांसद, विधायक को यह निर्माण कार्य जब से सुरु किया गया है तब से अनियमितता की आंधी के हिसाब से कार्य होते देखा गया है  अब यह निर्माण कार्य पूरा होने  वाला है किंतु अब तक कोई कार्रवाई कर नहीं पाया क्योंकि यह सरकारी अस्पताल भरपूर तरीके से यह दर्शाता है कि गिट्टी रेत और सीमेंट बिना रॉयल्टी की रेट, सीमेंट लोकल ग्रेट का होना, गिट्टी की क्वालिटी खराब होने से इसकी अवधि बस 2 या 4 साल की ही हो सकती है आस पास कि गरीब जनता के लिए ज्यादा समय के लिए ये सरकारी अस्पताल  शाथ नहीं  दे पाएगा  और फिर सालो से गरीब मजदूर वर्ग के लोग फिर से स्वास्थ्य विभाग को लेकर कोषने पर मजबुर होंगे और उन्हें कई किलोमीटर अरे दल या मोटर गाड़ी का सहारा लेकर घोड़ाडोंगरी तहसील पहुंचकर ही अपने स्वास्थ्य का इलाज करवाना पड़ सकता है क्योंकि यह सरकारी अस्पताल की अनियमितता से निर्माण एवम् गुणवत्ता काफी कम दिनो के लिए आकी जा सकती हैं। सरकारी अस्पताल के गिरने पर जो जान माल का नुकसान होगा उसकी जिम्मेवारी पता नहीं किसकी होगी आंखों देख अनहोनी होते हुए देख रहे हैं राजनेता और प्रशासन के अधिकारी होने वाली दुर्घटना जिसका सारा जिम्मा क्या सत्ताधारी बीजेपी सरकार के राजनेताओं   की वजह से एवम् प्रशाशन की होंगी।
ब्यूरो बैतूल मनोज पवार