मनसंगी साहित्य संगम की मासिक ई पत्रिका के सातवे अंक का शीर्षक "मतदान का महत्व" भव्य विमोचन समारोह।
मनसंगी साहित्य संगम की मासिक ई पत्रिका के सातवे अंक का शीर्षक "मतदान का महत्व" भव्य विमोचन समारोह।

बैतूल/सारनी। कैलाश पाटील
(आँखे क्राईम पर)

मनसंगी साहित्य संगम की मासिक ई पत्रिका मतदान का महत्व शीर्षक से प्रकाशित सातवें अंक का रविवार को वर्चुअल कार्यक्रम में विमोचन हुआ। विमोचन कार्यक्रम के आयोजक मंगल कुमार जैन ने बताया कि मुख्य अतिथि दिव्यालय एक साहित्यिक यात्रा की संस्थापक व्यंजना आनंद मिथ्या योग शिक्षिका व समाज सेविका थी तथा विशिष्ठ अतिथि ब्रजकिशोर भारद्वाज पत्रकार (सारनी) मध्य प्रदेश थे। पत्रिका के संकलक जागृति शर्मा और संपादक निहारिका पाटीदार व काजल भार्गव ने मनसंगी साहित्य संगम के संस्थापक अमन राठौड़ 'मन' व सह संस्थापिका मनीषा कौशल का धन्यवाद प्रकट करते हुए प्रकाशित पत्रिका के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम का शुभारंभ निखिलेश नीमा की सरस्वती वंदना से हुआ। स्वागत गीत वैष्णवी नीमा ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन उदयपुर राजस्थान की 10 वर्षीया नन्हीं कक्षा 4 की छात्रा पाखी जैन ने कुशल संचालन कर सभी को मोहित कर दिया। मुख्य अतिथि व्यंजना आनंद मिथ्या ने कहा कि पाखी जैन जैसी बाल प्रतिभा परिवार के साहित्यिक माहौल में आगे बढ़ रही है। जिनके लिए मनसंगी बाल कला मंच और मनसंगी साहित्य संगम परिवार ऐसे बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए कार्य कर रहा है, यह बहुत प्रशंसनीय व अनुकरणीय है। उन्होंने मनसंगी साहित्य संगम के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए मनसंगी साहित्य संगम द्वारा अब तक प्रकाशित विभिन्न विषयों पर मासिक अंक और विशेषांकों के लिए बहुत सराहना की। मनसंगी साहित्य संगम वर्तमान में नव युवा साहित्यकारों के लिए सीखने और आगे बढ़ने के लिए सुंदर मंच है। मनसंगी परिवार नव युवा साहित्यकारों को आगे बढ़ा रहा है यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य हो रहा है। हिंदी साहित्य जगत में ऐसे कार्यों की बहुत आवश्यकता है। विशिष्ट अतिथि ब्रजकिशोर भारद्वाज ने भी बाल प्रतिभा पाखी जैन द्वारा कुशल संचालन की खूब तारीफ की और मनसंगी परिवार द्वारा ऐसी प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए इस प्रकार के कार्य को बहुत महत्वपूर्ण बताया। इस अवसर पर मतदान का महत्व विषय पर देश भर से आमंत्रित चुनिंदा रचनाओं का रचनाकारों ने काव्य पाठ किया। जिसमें सुरेंद्र चतुर्वेदी छत्तीसगढ़, गौतम केसरी फारबिसगंज अररिया बिहार, मयंक द्विवेदी गलियाकोट डूंगरपुर राजस्थान नर्सिंग अधिकारी, सूरंजना पांडे पश्चिमी चंपारण बिहार, नौशाद अली अमेठी उत्तर प्रदेश, डॉक्टर संजीव त्रिपाठी सोच लखनऊ उत्तर प्रदेश, ज्ञानेश्वरी व्यास भोपाल मध्य प्रदेश प्रशिक्षित स्नातक शिक्षिका, नंदिता मांझी शर्मा मुंबई महाराष्ट्र, संदीप खैरा ग्वालियर मध्य प्रदेश, पूजा नीमा मंदसौर, प्रवीण कुमार शर्मा भरतपुर राजस्थान, अनामिका संजय अग्रवाल खरसिया छत्तीसगढ़, त्रिभुवन गौतम कौशांबी उत्तर प्रदेश, सुनीता कुमारी दिल्ली, सोफिया सुल्ताना झारखंड, रमेश मालचिमणे रायचूर कर्नाटक शिक्षक, रवि शंकर निषाद रायगढ़ छत्तीसगढ़, मंगल कुमार जैन वरिष्ठ अध्यापक उदयपुर राजस्थान ने अपनी रचनाओं का काव्य पाठ किया। सभी रचनाकारों की रचना में मतदान, मतदाता, संविधान के महत्व के पर जानकारी देकर मतदान करने का संदेश दिया। मनसंगी साहित्य संगम के संस्थापक अमन राठौड़ ने सभी रचनाकारों का आभार प्रकट करते हुए उत्कृष्ट रचना लेखन के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। मतदान का महत्व विषय पर देश भर से आमंत्रित 38 रचनाकारों की रचनाओं को प्रकाशित किया गया।