नेताजी के सहयोगी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शास्त्री जी का किया सम्मान।
नेताजी के सहयोगी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शास्त्री जी का किया सम्मान।

बैतूल/सारनी। कैलाश पाटील (आँखे क्राईम पर)

संस्कार भारती ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के सहयोगी रहे ग्राम पहाड़पुर निवासी आजाद हिन्द फौज के सेनानी राधाकृष्ण सिंह शास्त्री का संस्कार भारती मध्य क्षेत्र के क्षेत्र प्रमुख अनिल जोशी ने शाल श्रीफल से सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्कार भारती के सह महामंत्री मोतीलाल कुशवाह भी उपस्थित थे। देश की स्वतंत्रता के लिए नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने अपने प्राणों की आहुति दे दी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने नेताजी सुभाष चन्द्र बोस को वह सम्मान नहीं दिया, जिसके वे हक़दार थे।  स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राधाकृष्ण शास्त्री ने आजाद हिंद फौज के अपने अनुभवों और स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए किए गए प्रयत्नों के बारे विस्तार से बताया। शास्त्री जी ने कहा कि वे स्वयं को बहुत सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें नेताजी के नेतृत्व में देश की सेवा करने का अवसर मिला। इस अवसर पर अंबादास सूने ने बताया कि शास्त्री जी ने 11 दिन रात  ब्रिटिश सरकार के विरोध में पोपा हिल की लड़ाई लड़ी। इस लड़ाई में भाई सीताराम मारे गए। बिना विचलित हुए शास्त्री जी देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ते रहे। 103 वर्ष के राधाकृष्ण शास्त्री को भारत सरकार ने 1972 मे ताम्र पत्र अवार्ड से सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्कार भारती के दीपक वर्मा, संतोष प्रजापति, अमित दास, हरिओम कुशवाहा, अमित सिंह सहित अनेक लोग उपस्थित थे ।