खरगोन जिले के पहाडी क्षैत्र के सिरवेल मे आदिवासी लोकसंस्कृति का भोर्गया हाट उमंग उत्साह ओर उल्लास के साथ मनाया।
खरगोन  जिले के  पहाडी क्षैत्र के सिरवेल मे आदिवासी लोकसंस्कृति का भोर्गया हाट उमंग उत्साह ओर उल्लास के साथ मनाया।
खरगोन जिले आदिवासी अंचल सिरवेल मे लोकसंस्कृति का भोर्गया का त्यौहार  हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस मौके पर सुबह नौ बजे से ही आदीवासी वेशभूषा मे सजीधजी युवतियां ओर युवको की टोलीया भोर्गयामे पंहुचने लगे। दोपहर दो बजे के बाद भोर्गया पुरे शवाब पर आ गया।विगत दो साल कोरोना काल  के बाद आदिवासियों का यह भोर्गया  मे उमंग ओर उत्साह नजर आया । यही वजह है के लोगो ने ईस भोर्गया मे काफी तादाद मे शिरकत कर। खुब खरीदारी ओर मनोरंजन कर  लुत्फ उठाया। पहाडी क्षेत्र मे होने से आसपास के ग्रामिण ओर फालियो से बडी संख्या मे लोग पंहुचे ओर मादल की थाप पर थिरकते नजर आये।
आपको बता दे बाहर से आए ओर स्थानीय  दुकानदारों के सामान की बिक्री भी खुब हुई।
ईस भोर्गया हाठ मे  चकरी झुला. फोटो स्टुडियो.  कोलर्डीग. हारकगंन .खजुर .मिठी. सेव. की भी दुकानों पर काफी भीड़ रही। 
सुरक्षा व्वस्था के मद्देनजर पुलिस द्वारा प्रातः से ही मुख्य रास्तों पर बेरीकेडिंग लगाकर दुपहिया फोरव्हीलर व बैलगाड़ियों को भोर्गया हाठ मे आने नही दिया।