यूक्रेन में बीते एक सप्ताह से जारी युद्ध और बमवारी के बीच भारतीय छात्र सरकार की ठोस रणनीति के चलते
खरगोन

यूक्रेन में बीते एक सप्ताह से जारी युद्ध और बमवारी के बीच भारतीय छात्र सरकार की ठोस रणनीति के चलते एक एक कर अपने देश अपने गावो, शहरों तक सकुशल लौट रहे है। बुधवार रात यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र खारकीव स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी में अध्धय्यन रत शहर के केंद्रीय विद्यालय क्षेत्र में रहने वाला छात्र मनीष रामकरण कुशवाह सकुशल लौटा। उसके लौटने के इंतजार में परिजन घर की देहली में ही खड़े रहे। जैसे ही बेटा घर पहुचा मा उसे गले लगाने दौड़ पड़ी। पहले उसे जी भर के निहारा फिर उसके हाल चाल पूछे। इस दौरान माता पिता की आखों से आंसू छलक उठे। मनीष ने यूक्रेन के हालात बताते हुये कहा कि वे अब भी डरे सहमे है। एक-एक पल दहशत में कटा। यूक्रेन से बाहर  कर रहे है। वतन वापसी में मदद के लिए मनीष ने भारत सरकार की खूब सराहना की, उसने कहा कि वे। मौत के मुंह से लौटे है, भारत सरकार उन्हें निःशुल्क दिल्ली तक लाई। मनीष ने बताया यूक्रेन में युद्ध और धमाकों के बीच एक-एक पल दहशत में कट रहा था। इमरजेंसी की घोषणा के बाद से ही हालात बिगडऩे लगे थे। हम लोग भले ही बॉर्डर के समीप थे लेकिन डर कम नहीं था। हर तरफ भगदड़ का माहौल था। जो मंजर देखा वह डरावना था। घर जिंदा लौट आई है मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा। मनीष के माता पिता ने भी इसके लिए सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद व आभार जताया।