नहर के पानी को लेकर किसानो के द्वारा कि जा रही आंदोलन की तैयारी
नहर के पानी को लेकर किसानो के द्वारा कि जा रही आंदोलन की तैयारी 
मसनगांव- गर्मी के दिनों में बोई जाने वाली मूंग के की फसल के लिए जल संसाधन विभाग द्वारा टेल क्षेत्र की नहरों में पानी न पहुंचाने को लेकर किसानों में रोष व्याप्त है क्षेत्र के किसानों द्वारा बैठक का आयोजन कर आंदोलन की तैयारी की जा रही है ग्राम के कृषक पवन भायरे तथा गणेश मुकाती एवं अन्य किसानों ने बताया कि जल संसाधन विभाग के द्वारा प्रतिवर्ष हेड क्षेत्र के किसानों को पानी उपलब्ध कराया जाता है जबकी टेल के किसान बगैर मूंग की फसल के ही रह जाते हैं जिससे उनकी आर्थिक स्थिति नही सुधरती, किसानों का कहना है कि जब पानी देना ही है तो सभी किसानों को उपलब्ध कराया जाए लेकिन विभाग मूंग की फसल मे पानी देने के लिए पहले से ही पानी की बचत करना शुरू कर देता है जिसका खामियाजा टेल के किसानों को रबी फसलों में भुगतना पड़ता है विभाग के द्वारा किसानों के साथ जिस प्रकार सौतेला व्यवहार किया जा रहा है उससे टेल क्षेत्र के किसानों में नाराजगी बनी हुई है विगत कई वर्षों से विभाग के द्वारा  झांझरी माईनर से लेकर सेवन एल शाखा तक पानी देने का ऐलान करता है,जिससे रेलवे लाइन से नीचे के किसान हर वर्ष सूखे रह जाते हैं वे मूंग की फसल का फायदा नहीं ले पाते जिसका उनको हमेशा मलाल रहता है। इसी प्रकार रेवापुर माइनर के किसान पलासनेर से लेकर रेवापुर तक सूखे में रहते हैं उन्हें भी इसका फायदा नहीं मिलता ग्राम के कृषक अरविंद भाय रे का कहना है कि विभाग के द्वारा पानी बचाने के चक्कर में रवि के सीजन में टेल क्षेत्र के किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंचाया जाता जिसके कारण उनका गेहूं का उत्पादन प्रभावित हो जाता है अधिकांश किसान चना सरसों जैसी चीजें वो कर अपने काम चलाते हैं जबकि विभाग के द्वारा सभी किसानों को एक समान पानी दिया जाना चाहिए वही कृषक सचिन बामने का कहना है कि जब विभाग ऊपर के किसानों को पानी उपलब्ध करा सकता है तो एक  वर्ष टेल के किसानों को भी पानी पहुंचाएं जिससे वे भी मूंग की फसल का लाभ उठा सकें
किसानो की राय एक साल एल बी सी और एक साल एच बी सी को दे पानी
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि विभाग एक साल एलबीसी को पानी दे तथा दूसरे वर्ष एचबीसी को पानी दे जिससे पूरा पानी टेल तक पहुंच सके किसानों की राय है कि एक ,एक  साल पानी देने से जहां सभी किसानों को इसका फायदा मिल सकता है वहीं जमीन मे भी  सुधार आ  सकता है। या विभाग एक साल शाखा के हेड के किसानों को पानी दे तथा   दूसरे साल टेल के  किसानों को पानी उपलब्ध कराये यदि विभाग के द्वारा व्यवस्था मे सुधार नहीं किया जाता है तो क्षेत्र के किसान आंदोलन करेंगे।
मसनगांव से अनिल दीपावरे की खबर