नगर परिषद की इस अनैतिक रवैए से व्यापार मंडल और पत्रकारों में भारी रोष
*खबरों के सच से आहत नगर परिषद गुंडागर्दी पर उतारू, पत्रकारों के घर दी मैला फेकने की धमकी*
*नगर परिषद की इस अनैतिक रवैए से व्यापार मंडल और पत्रकारों में भारी रोष*

देवेंद्र नगर :- समाज का आइना, संविधान का चौथा स्तंभ,वास्तिवकता का चेहरा ऐसे न जाने कितने खिताबो से नवाजे जाने वाले पत्रकार की हालत सच लिखने के बाद आज क्या हो सकती है वो देवेंद्र नगर परिषद के गुंडाराज ने अपनी शर्मनाक हरकत से बताया है,
लगातार नगर परिषद की कमियों से संबंधित खबरे निकलने नाराज नगर परिषद ने प्रेस की स्वतंत्रता का हनन करने का जो तरीका ढूढा है उसकी जितनी निंदा भर्त्सना की जाए कम है।
अपनी कमियों की गाथा पड़ कर बौखलाए नगर परिषद के जिम्मेदार अब पत्रकारों के सामाजिक,आर्थिक,व्यवसायिक,शारीरिक नुकसान पर आमादा हो गए है।
बीते दिनों अखबारों ने नगर परिषद के लापरवाहो के कारनामों से कागज पर कालिख पोती तो न जाने क्यों जिम्मेदारों ने   उस कालिख को अपने मुंह पर लगी समझ लिया और भेज दिया दर्जनों की संख्या में सफाई कर्मियों को पत्रकार के घर धमकाने की नगर परिषद की कमी लिखोगे तो हम आपका दरवाजा मैला से भर देंगे साथ ही नसीहत देकर गए की कमी है तो फोन पर बताइए लेकिन खबर मत लगाइए वरना.....

कलम के सिपाही की अग्नि परीक्षा ले रहे लापरवाहो को सैयद ये पता नही की कलमकार धमकी के डर से सच लिखना नहीं छोड़ते।
इस शर्मनाक घटना के बाद से ही पत्रकारों और व्यापार मंडल के सदस्यों में बड़ी नाराजगी देखी जा  रही है।
चर्चाओं के गर्म बाजार में एक खबर आम है की नगर परिषद में कुछ कर्मचारी स्थानीय होने का फायदा उठा कर षड्यंत्रों का मायाजाल फैला रहे है जिसकी जानकारी प्रदेश स्तर के शासन और राजनेताओ को हो चुकी है। 
खुद को खुदा समझ बैठे जिम्मेदार जातिगत टिप्पणी करने से भी नही चूकते
सूत्रों की माने तो लगातार लग रही खबरों से नाराज चल रहे का साहब पत्रकारों के साथ कोई बड़ी  घटना करवा सकते है। 
व्यवस्था सुधार की लड़ाई को आत्मसम्मान की लड़ाई बनाने वाले नगर परिषद के पुरोधा क्या गुल खिलाएंगे ये तो आने वाले वक्त में पता चलेगा पर पत्रकारों की जिजीविषा देखकर ये साफ है की सच लिखना तो बंद न होगा