नन्हीं बच्ची की गुहार पर 'उम्मीद फाउंडेशन' ने जरूरतमंद परिवार को छत मुहैया करा कर किया 'सपनों को साकार'
नन्हीं बच्ची की गुहार पर 'उम्मीद फाउंडेशन' ने जरूरतमंद परिवार को छत मुहैया करा कर किया 'सपनों को साकार'

सोचा नहीं था कभी अपना भी घर होगा - माया राम

बराड़ा, (जयबीर राणा थंबड़)।
वास्तविक जरूरतमंदों तक अपनी सेवाएं पहुंचाने के लिए कृत-संकल्प समाजसेवी संस्था "उम्मीद फाउंडेशन" ने एक बार फिर एक जरूरतमंद परिवार को सहायता पहुंचाकर उनको पक्के मकान की छत मुहैया कराई। नन्हीं बच्ची अनुराधा की गुहार पर 'उम्मीद फाउंडेशन' के प्रधान मनप्रीत सिंह ने  जरूरतमंद परिवार को छत मुहैया करा कर उनके 'सपनों को साकार' किया।
मानवता की सेवा और जरूरतमंदों की उम्मीद पर खरा उतरते हुए समाजसेवी संस्था "उम्मीद फाउंडेशन" ने आज एक नन्हीं बच्ची की गुहार को पूरा किया। जर्जर हो चुके मकान में जान हथेली पर रखकर मुफलिसी के दिन काट रहे एक परिवार के लिए उम्मीद फाउंडेशन परमात्मा का रूप बनकर आई और जरूरतमंद परिवार को उसका आशियाना बनाकर दिया।
उपमंडल के गांव मिल्ख धनकोटा की एक बच्ची अनुराधा ने उम्मीद फाउंडेशन के अध्यक्ष मनप्रीत सिंह को फोन कर दर्दभरी आवाज में गुहार लगाई थी कि, "अंकल! आप घर बनाते हो, प्लीज़ हमारा भी बनवा‌ दो।" यह नन्हीं बच्ची के शब्दों का ही प्रभाव रहा कि उम्मीद फाउंडेशन ने अपने स्तर पर समाज के प्रमुख बुद्धिजीवियों के सहयोग से एक जरूरतमंद परिवार को घर बनाकर देने का निर्णय लिया, जिसे आज परिजनों को सौंप दिया गया।
उम्मीद फाउंडेशन के अध्यक्ष मनप्रीत सिंह ने बताया कि आज बनाये गये मकान को अमर शहीद चार साहिबजादे और माता गुजर कौर जी की शहादत को श्रद्धांजलि देते हुए समर्पित किया गया। उन्होंने बताया कि  उम्मीद फाउंडेशन बराड़ा द्वारा मिल्ख धनकोटा में जरूरतमंद परिवार को आशियाना बना कर देने का कार्य मानवता और धर्म की रक्षा करते हुए शहीदी को प्राप्त हुए चार साहिबजादे और माता गुजर कौर की शहादत को समर्पित है। मनप्रीत सिंह ने बताया कि बहुत अच्छा लगता है जब हम अपने पूर्वजों के दिखाए राह पर चलते हुए जनसेवा करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी को इंसानियत की भलाई, सेवा के कार्य और धर्म की रक्षा करनी चाहिए ताकि जिस नेक काम के लिए हमारे गुरूओं ने बलिदान देकर हमारा मार्गदर्शन किया है हम उनका पथ प्रदर्शित करते रहें।
मिल्ख धनकोटा निवासी माया राम का परिवार मुफलिसी के चलते बहुत दयनीय स्थिति में अपना जीवन यापन कर रहा था। जैसे तैसे संघर्ष कर अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी कमाने में ही माया राम को बहुत मशक्कत करनी पड़ रही थी, ऐसे में अपने टूटे-फूटे मकान में रहकर अपने परिवार के सपनों को पूरा करना उसके लिए लगभग असंभव सा था। माया राम की बेटी अक्सर अपने पिता से पूछा करती थी कि जैसे सबके पकके मकान बनते हैं! क्या, हमारा भी मकान पक्का बनेगा? उसका मन रखने के लिए माया राम कह देता था कि, हां! हमारा मकान भी पक्का बनेगा। पर बनेगा कैसे? यह उसके लिए एक बहुत बड़ी चुनौती थी।
ऐसे में बराड़ा की एक समाजसेवी संस्था "उम्मीद फाउंडेशन" उनके जीवन में एक उम्मीद की किरण बनकर आई और माया राम के कच्चे व टूटे-फूटे मकान को पक्का मकान में बदलकर उसके और उसके परिवार के सपनों को साकार किया।
 प्रयास समाज सेवा संस्थान के प्रधान विशाल सिंगला, अग्रवाल सभा के प्रधान प्रमोद सिंगला, लाला लाजपत राय वरिष्ठ नागरिक सभा के प्रधान बलवंत राय मैहता, हरियाणा समाजसेवा केंद्र के महासचिव बलजीत सिंह लांग्यान, स्नेह एनजीओ के प्रधान सूरज प्रकाश शर्मा सहित क्षेत्र की अन्य संस्थाओं ने कहा कि एक जरूरतमंद परिवार को घर बनवा कर देने का जो महान कार्य उम्मीद फाउंडेशन द्वारा किया गया है, उसकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। उन्होंने एकस्वर में कहा कि सभी को उम्मीद फाउंडेशन से प्रेरणा लेते हुए मानवता की भलाई के कार्य करने चाहिएं। मनप्रीत सिंह ने उम्मीद फाउंडेशन के सभी सदस्यों का, देश से बाहर बैठे सदस्यों का और उन सभी दानी सज्जनों का तहे दिल से शुक्रिया किया जिन्होंने दूर होते हुए भी अपना योगदान भेजकर इस सेवा को संपूर्ण किया
इस अवसर पर पवित्र दास, गगन चहल, मोंटी सिंह, अमन टर्बन, रजनीश कालड़ा, बलविंदर सिंह, रोहित सांगवान, अशोक कालड़ा, पंकज राणा, विश्वास सैनी, अभिनव शर्मा, मनप्रीत सिंह सोनी , गगन गुलाटी, संजू बल्ला, रूबी आदि उपस्थित रहे।