*कैलाश चौधरी ने पर्यटन मंत्री के समक्ष रखी संसदीय क्षेत्र के ऐतिहासिक स्थलों के पुनरुद्धार एवं सौंदर्यीकरण की मांग*
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री एवं स्थानीय सांसद कैलाश चौधरी ने अपने संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर में स्थित ऐतिहासिक स्थलों के पुनरुद्धार एवं सौंदर्यीकरण तथा वित्तीय सहायता की की मांग को लेकर केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी से की मुलाकात
बाड़मेर से वागा राम बोस की रिपोर्ट
बाड़मेर/जैसलमेर
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने सोमवार को दिल्ली में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी.किशन रेड्डी से मुलाकात की। इस दौरान केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने अपने लोकसभा क्षेत्र बाड़मेर-जैसलमेर में स्थित ऐतिहासिक एवं स्थापत्य कला की दृष्टि से महत्वपूर्ण धरोहर स्थलों के पुनरोद्धार एवं सौंदर्यीकरण तथा पर्यटन-विकास के संबंध में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी से सार्थक चर्चा की और वित्तीय सहायता की मांग रखी।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री व स्थानीय सांसद कैलाश चौधरी ने केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी को संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर में स्थित ऐतिहासिक महत्व की धरोहर स्थलों के बारे में अवगत करवाया। कैलाश चौधरी ने बताया कि संसदीय क्षेत्र बाड़मेर जैसलमेर में गढ़ कोटड़ा, गढ़ सिवाना, किराडू मंदिर, जैसलमेर का सोनार किला एवं गड़ीसर तालाब सहित कई ऐतिहासिक एवं स्थापत्य कला की दृष्टि से महत्वपूर्ण धरोहर स्थल मौजूद हैं। इनमें से गढ़ कोटडा एवं किराडू मंदिर जैसे महत्वपूर्ण स्थल मजबूत संरक्षण एवं संवर्धन तथा वित्तीय संसाधनों के अभाव में बड़ी तेजी से जीर्ण शीर्ण अवस्था में पहुंच रहे हैं। यदि समय रहते इनका पुनरुद्धार एवं सौंदर्यीकरण नहीं किया गया तो यह अपनी मूल अवस्था को खो देंगे। यह स्थानीय लोक संस्कृति एवं जन भावनाओं के लिए बहुत बड़ी क्षति होगी। अतः इन विरासत स्थलों को वित्तीय सहायता प्रदान करते हुए इनके संरक्षण एवं संवर्धन को लेकर आवश्यक कदम उठाए जाएं।
स्थानीय पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा : केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने इस दौरान केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी को बाड़मेर जैसलमेर की ऐतिहासिक महत्व के स्थलों के दर्शन करने को लेकर संसदीय क्षेत्र का दौरा करने का आमंत्रण भी दिया तथा ऐतिहासिक स्थलों के रखरखाव को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों का मार्गदर्शन करके ध्वस्त होने के कगार पर पहुंचे ऐतिहासिक धरोहर गढ़ कोटड़ा जैसे विरासत स्थलों के संरक्षण को लेकर पहल करें। उन्होंने बताया कि इससे स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इससे सरकार एवं स्थानीय प्रशासन की निजी आय भी होगी तथा पर्यटकों व दर्शकों के आगमन से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साधन बढेंगे।