कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने किया किसानों को नरवाई ना जलाने और संतुलित उर्वरकों के उपयोग के लिए प्रेरित
*किसान खेत पाठशाला* 

 *कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने किया किसानों को नरवाई ना जलाने और संतुलित उर्वरकों के उपयोग के लिए प्रेरित

 *किसानों को नरवाई ना जलाने की दिलाई शपथ* 

जिले के किसानों को नरवाई न जलाने के साथ ही फसल के बेहतर प्रबंधन एवं कृषि से संबद्ध विभागों को योजनाओं के बारे में जानकारी देने के लिए कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह की पहल पर पूरे जिले में किसान खेत पाठशाला का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को जिले में कृषि विभाग द्वारा किसान खेत पाठशाला का आयोजन विभिन्न स्थानों पर किया गया।
   कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह की उपस्थिति में होशंगाबाद के मालाखेड़ी, बाबई के बज्जरवाडा एवं सोहागपुर के बोडनागुज्जर में किसान खेत पाठशाला का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री सिंह ने यहां किसानों को नरवाई ना जलाने तथा संतुलित उर्वरकों के उपयोग के लिए प्रेरित किया। किसानों को कलेक्टर द्वारा नरवाई ना जलाने की शपथ भी दिलाई गई।
     कलेक्टर श्री सिंह ने किसान खेत पाठशाला में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि विभिन्न कालखंडों में खेती का स्वरूप अलग-अलग रहा है। आज से 100 साल पहले जब सिंचाई के साधनों का अभाव था तब किसान केवल वर्षा आधारित खेती कर सीमित उत्पादन में अपना जीवन व्यापन करते थे । आज का किसान अपने खेत से अधिक से अधिक उत्पादन के लिए भारी मात्रा में रसायनिक उर्वरकों का उपयोग कर रहा है जो उर्वरकता की दृष्टि से मृदा के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। मृदा के उत्पादन क्षमता की भी एक सीमा है। ज्यादा मात्रा में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग मर्दा के लिए छोटे छोटे न्यूक्लियर विस्फोट की तरह है जो हमारी मृदा की उर्वरकता को हानि पहुंचाते हैं।
    कलेक्टर श्री सिंह ने कहां की हमें भावी पीढ़ी के तरफ भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। भावी पीढ़ी को ध्यान में रखते हुए किसान जैविक खेती के साथ ही रसायनिक उर्वरकों का संतुलित मात्रा में उपयोग करें। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि जिले में ऐसे किसान भी हैं जिन्होंने नरवाई ना जलाकर बल्कि उसका बेहतर प्रबंधन कर बेहतर उदाहरण प्रस्तुत किया है। ऐसे किसान अन्य किसानों से भी अपने अनुभव साझा करें और उन्हें नरवाई ना जलाने के लिए प्रेरित करें।
       किसान खेत पाठशाला में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को नरवाई जलाने से होने वाले नुकसान एवं नरवाई प्रबंधन के बारे में जानकारी दी गई। उप संचालक कृषि श्री जे आर हेडाऊ ने किसानों को नरवाई प्रबंधन के लिए उपयोगी राउंड बेलर ,रिपर कम बाइंडर, स्ट्रॉरीपर, रोटावेटर , हैप्पी सीडर आदि कृषि उपयोगी यंत्रों के बारे में जानकारी दी गई।।
       किसान खेत पाठशाला में सहायक संचालक मत्स्य श्री राजीव श्रीवास्तव सहित उद्यानिकी, रेशम सहित अन्य विभागों द्वारा विभागीय योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी दी गई।