राजनेताओं अधिकारी मौन, सरकारी अस्पताल की देखे पोल
राजनेताओं अधिकारी मौन, सरकारी अस्पताल की देखे पोल
घोड़ाडोंगरी विधान सभा छेत्र में घोड़ाडोंगरी  से बैतूल मुख्य मार्ग पर स्थित यह सरकारी अस्पताल राज नेताओं प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही बन सकती है जनता की जान के दुश्मन  घोड़ा डोंगरी से बैतूल मार्ग पर ग्राम जुवाडी की जमीन पर बन रहे  सरकारी अस्पताल की देख रेख की जुमेदारी से जनपद के सीईओ घोड़ाडोंगरी और सरपंच ,सचिव  बच रहे है उनके  कहने अनुसार  यह सरकारी अस्पताल की ज़िम्मेदारी जिला स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कराई जा रही है बताया गया लेकिन अपने ही छेत्र में बन रहे  सरकारी अस्पताल जो की सरकार के स्टाइमेंट के हिसाब से नही बनना देखा जा रहा है फिर भी यह अस्पताल का कार्य लगभग पूरा होने को है बिना रायलती की खराब  रेत,43 ग्रेड की सीमेंट के साथ बनने वाला सरकारी अस्पताल की नीव में मुरम की जगह  मट्टी  डालकर बनने के  बाद इस अस्पताल की ज्यादा से ज्यादा क्या टिके रहने  की गारंटी होंगी दो या तीन सालो से ज्यादा नहीं टिके रहने की आशंका है क्योंकि घटिया क्वालिटी से रेत एवम् सीमेंट  से बनने के बाद यह अस्पताल ज्यादा दिनों के साथी नहीं हो सकेगा इस सरकारी अस्पताल की  विवादित खबरे  पूरे जिले में कई अखबारों में सुर्खियों में होने के बावजूद अब तक कोई अधिकारी जॉच के तक आदेशित कर कार्यवाही नहीं होना देखा गया इससे यह साबित हो रहा है की क्या ये सब जानबूझकर  मिल जुल कर कार्य को पूर्ण रूप सेअंजाम दिया जा रहा है
ब्यूरो बैतूल मनोज पवार