सोसायटी की वोटों में धांधली के आरोपों पर कर्मचारियों के पक्ष में आए सोसायटी मैम्बर
सोसायटी की वोटों में धांधली के आरोपों पर कर्मचारियों के पक्ष में आए सोसायटी मैम्बर
कहा - पूर्व चेयरपर्सन अपनी गबन को छुपाने के लिए समिति कर्मचारियों पर लगा रही झूठे आरोप
बराड़ा, (जयबीर राणा थंबड़) । दी बराड़ा मार्केटिंग कम प्रोसैसिंग सोसायटी  में नई वोट बनाए जाने को सोसायटी की पूर्व चेयरपर्सन द्वारा धांधली किए जाने के आरोप‌ लगाते हुए कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने समिति कर्मचारियों द्वारा नई वोट बनाए जाने में धांधली बरतने, फर्जी वोट बनाने ‌व कोरोना प्रोटोकॉल का पालन न करने की बात कही है। आज एक रेस्टोरेंट में दी बराड़ा मार्केटिंग कम प्रोसैसिंग सोसायटी के सदस्यों ने पत्रकार वार्ता का आयोजन कर समिति कर्मचारियों पर पूर्व चेयरपर्सन द्वारा वोट बनाने में धांधली के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि समिति द्वारा नई वोट बनाने का कार्य पिछले 10 से 12 दिनों से चल रहा है उस दिन अंतिम तिथि होने के कारण कई लोग अपनी नई वोट बनवाने के लिए आए जिसको समिति कर्मचारियों द्वारा नियम अनुसार ही बनाया गया है इस अवसर पर
रामपाल सरपंच पपलोथा, राजेश्वर राणा, मुकेश राणा पूर्व सरपंच बराड़ा, बिट्टू राणा पूर्व सरपंच घसीटपुर, कलेक्टर जबलपुर, हेम सिंह दफरपुर, संजू होली, अशोक राणा मुलाना, सुरेंद्र राणा बराड़ा, अजय मुलाना, हरदीप राणा मुलाना, अमन शर्मा, जोहर सिंह नगला, विक्रम वजीदपुर आदि लोगों ने समिति के कर्मचारियों का समर्थन करते हुए कहा कि यह कईं वर्षों से समिति का कार्य‌ बड़ी निष्ठा और ईमानदारी से कर रहे हैं। 
इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने कहा कि यह सब घटनाक्रम पूर्व चेयरपर्सन द्वारा रची गई एक साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने लाखों रुपए के गबन करने का प्रयास किया था जिसे समिति कर्मचारियों की सूझबूझ के कारण पर्दाफाश होने से गुस्साई पूर्व चेयरपर्सन प्रमिला गुर्जर इनसे द्वेष भावना रखती है जिसका बदला उन्होंने नई वोटो की धांधली का आरोप लगा कर लिया, जबकि यह आरोप बिलकुल निराधार है।
हरदीप सिंह, राजेश्वर राणा व अशोक कुमार ने आरोप लगाते हुए बताया कि दी बराड़ा मार्केटिंग कम प्रोसेसिंग सोसाइटी बराड़ा में चेयर पर्सन के पद पर रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रोमिला गुज्जर ने 77 लाख रुपए का चेक गलत तरीके से मशीन को खरीदने के लिए काटा गया था जोकि बिना एजेंडा की सूचना दिए ही समिति के बाहर ही मीटिंग करके इस मशीन के रेजुलेशन को कार्यवाही रजिस्टर में डाला गया था जो कि सरकार व सहकारिता नियमों की धज्जियां उड़ाने वाला था। समिति का कार्यवाही रजिस्टर एक गोपनीय रिकॉर्ड है जोकि चेयर पर्सन अपने पद का दुरुपयोग करते हुए समिति से बाहर ले जाकर कार्यवाही लिखी और ईट पाथने की मशीन लेने के लिए रेजुलेशन डाला,  जोकि नारायणगढ़ में किसी फर्म को देनी थी। जबकि नारायणगढ़ एरिया बराड़ा समिति के कार्य क्षेत्र से बाहर का एरिया है जो कि बराड़ा समिति के एरिया ऑपरेशन से बाहर का लगता है यह भी सहकारिता नियम की धज्जियां उड़ाने के बराबर था।
राजेश्वर शिकायतकर्ता ने बताया कि मेरे द्वारा बराड़ा मार्केटिंग सोसाइटी में हो रही धांधली व पेक्सो में  हो रही धांधली गलत तरीके से कर्मचारियों की भर्ती को लेकर मैंने एक शिकायत सहकारिता विभाग में दी थी जिसकी सुनवाई हाउसफेड के मैनेजिंग डायरेक्टर योगेश शर्मा के पास विचाराधीन है, जिस शिकायत पर मैंने फैसले के कोई हस्ताक्षर नहीं किए हैं उस पर करम सिंह के द्वारा मेरे जाली हस्ताक्षर कर योगेश शर्मा की कोर्ट में दिया गया जिसमें लिखा गया कि मेरे द्वारा यह शिकायत वापस ली जाती है और मैं इस पर कोई कार्रवाई नहीं करवाना चाहता हूं जबकि उस पर मेरे कोई हस्ताक्षर नहीं है। मेरी विभाग से वह पत्रकार साथियों के माध्यम से अपील है कि ऐसे लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए जो विभाग को गुमराह करते हैं। उन्होंने कहा कि
मुलाना हल्के में मीठापुर पैक्स ,धिन, पिलखनी,नोहनी,होली, अलावलपुर,मुलाना,साहा ,रामपुर,महमूदपुर,मोहड़ा आदि पेक्सो में कर्म सिंह बिट्टू के द्वारा धांधली की गई है गलत तरीके से भर्तियां की गई है ओर जहा जहा भी कर्म सिंह ने प्रबंधक के कार्यभार संभाला है वहां पर अनेक प्रकार की धांधलियों हो रही है और सरकार को करोड़ों रुपए का चूना लगाया गया है।