10 दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित दर्शन शास्त्र विभाग द्वारा
10 दिवसीय योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित दर्शन शास्त्र विभाग  द्वारा
 होशंगाबाद योग पर कार्यशाला का आयोजन शासकीय नर्मदा महाविद्यालय में दर्शनशास्त्र विभाग और महिला प्रकोष्ठ द्वारा 10 दिवसीय ऑनलाइन एवं ऑफलाइन योग प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन हुआ। कार्यशाला में प्रशिक्षण योग प्रशिक्षक श्री रघुवीर सिंह राजपूत अध्यक्ष महर्षि वेदव्यास योग शिक्षा समिति द्वारा दिया जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर ओ. एन. चौबे ने अपने शुभकामना संदेश में कहा की योग वर्तमान समय की आवश्यकता है इसके बिना जीवन अपूर्ण है। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए योग अति आवश्यक है इस योग शिविर के माध्यम से विद्यार्थी स्वयं जुड़े एवं अपने परिवार को भी जोड़ें क्योंकि इस महामारी में योग के द्वारा बड़ी सरलता से इम्यूनिटी बढ़ाई जा सकती है। कार्यक्रम की संयोजक डॉ विनीता अवस्थी ने बताया कि इस कार्यशाला में प्रतिदिन एक व्याख्यान 15 मिनट का होगा जिसमें योग का परिचय विभिन्न शास्त्रों में योग का स्वरूप ज्ञान, कर्म और भक्ति का महत्व, मंत्रों व योगाभ्यास की वैज्ञानिकता, सूर्य नमस्कार ,आसन ,प्राणायाम के महत्व, सावधानियों पर प्रकाश डाला जाएगा उन्होंने योग के प्रथम सूत्र  अथयोगनुशासन अर्थात जीवन में अनुशासन अत्यंत आवश्यक है और योग के आठ अंगों में यम और नियम अनुशासित जीवन जीने की प्रेरणा प्रदान करते हैं जिससे हमारा शारीरिक व मानसिक विकास होता है। प्रशिक्षण में महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित व्यायाम एवं उनकी समस्याओं का समाधान भी किया जाएगा । डॉ,एस.सी.हरणे ने कहा योग हमें शारीरिक और मानसिक रुप से स्वस्थ रखने में सहायक है। डॉ. वाधवा ने कहा कि महर्षि पतंजलि ने  योग को वैज्ञानिकता प्रदान की एवं योग  ही मनुष्य को मनुष्य शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से उन्नत बनाता
 है डॉ.चौधरी ने कहा योगाभ्यास हमारे जीवन का आवश्यक अंग होना चाहिए । योगाचार्य रघुवीर सिंह राजपूत ने प्रथम दिवस सूक्ष्म व्यायाम ,प्राणायाम का अभ्यास कराया एवं उनका महत्व समझाया। कार्यक्रम में डॉ. सविता गुप्ता, डॉ. प्रीति उदयपुरे ,डॉ. सुनील दिवाकर , डॉ. शिवाकांत मौर्य, डॉ. अर्पणा श्रीवास्तव , डॉ. अंजना यादव,डॉ. नीलू दुबे ,श्री मनोज यादव, श्री अश्विनी यादव, श्रीमती चेतना पवार ,श्रीमती नीता वर्मा , श्री पवन यादव आदि प्राध्यापक गण उपस्थित थे। बड़ी संख्या में ऑनलाइन ऑफलाइन विद्यार्थियों की उपस्थिति रही एवं उन्होंने योगाभ्यास कर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया।