प्रकृति को करीब से जाने, संदेशवाहक का काम करेंगे बच्चे: मुख्य वन संरक्षक श्री आर पी राय
प्रकृति के महत्व को जानने के लिए प्रकृति से जुड़ाव जरूरी : कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह
अनुभूति कार्यक्रम में सीखी बातों को जीवन में उतारे : पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरण सिंह
आओ पेड़ पहचाने की थीम पर हर्बल पार्क में अनुभूति कार्यक्रम आयोजित
मोगली बन स्कूली बच्चों ने प्रकृति को करीब से जाना
होशंगाबाद/21, दिसम्बर, 2021/ होशंगाबाद जिले में प्राकृतिक सौंदर्यता के अकूत भंडार विद्यमान हैं। प्रकृति की इस सुंदरता से स्कूली बच्चों को रूबरू कराने के लिए वन विभाग होशंगाबाद द्वारा मंगलवार को "आओ पेड़ पहचाने" की थीम पर हर्बल पार्क में अनुभूति कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें बढ़-चढ़कर स्कूली बच्चों ने अपनी सहभागिता की। कार्यक्रम मुख्य वन संरक्षक श्री आर पी राय, कलेक्टर होशंगाबाद श्री नीरज कुमार सिंह , पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरण सिंह के मुख्यातिथ्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वन मंडल अधिकारी होशंगाबाद श्री लाल जी मिश्रा द्वारा की गई।कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रत्यक्ष रूप से बच्चों को प्रकृति में पाए जाने वाले विभिन्न वृक्षों की प्रजातियों और वन्य प्राणियों के संबंध में जानकारी दी गई। स्कूली बच्चो को मोगली पात्र के आधार पर भालू, बगीरा एवं का नाम पर तीन टीमों में विभाजित कर पार्क का भ्रमण कराया गया।
मुख्य वन संरक्षक श्री राय ने कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वन विभाग द्वारा अनुभूति कार्यक्रम के माध्यम से स्कूली बच्चों को वनों में पाए जाने वाले विभिन्न प्रजाति के वृक्षों एवं वन्य प्राणियों के बारे में जानकारी प्रदान की जा रही है, जिससे यह बच्चे संदेशवाहक बन प्रकृति के महत्व तथा इसके संरक्षण एवं संवर्धन के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि इको टूरिज्म बोर्ड द्वारा पूरे प्रदेश में 1000 अनुभूति कार्यक्रम के माध्यम से लगभग 1 लाख 25 हजार बच्चों को संदेशवाहक के रूप में तैयार किया जा रहे हैं। उन्होंने पर्यावरण के संरक्षण की महत्ता के बारे में बच्चों को जिले के लालपानी , रांची और सहेली जैसे वनग्रामों का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि शुद्ध पर्यावरण परिवेश के कारण कोरोना महामारी इन ग्रामों में दस्तक भी नहीं दे पाई।
कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि होशंगाबाद के जिलेवासी बहुत ही भाग्यशाली है, क्योंकि यहां प्राकृतिक सुंदरता की अकूत संपदा मौजूद हैं। जिले के तटीय क्षेत्रों , नदियों और ऊंची पहाड़ियों पर अनेक दुर्लभ प्रजाति के वृक्ष पाए जाते हैं,जो प्रकृति प्रेमियों को आनंद देने के साथ ही अपना औषधि महत्व भी रखते हैं। उन्होंने कहा कि वृक्षों के फायदे और नुकसान से हटकर हमें उनकी विशेषता को आत्मसात करना चाहिए, यही अनुभूति कार्यक्रम का उद्देश्य हैं। वृक्षों का जीवन में महत्व जानने के लिए प्रकृति से जुड़ाव जरूरी है। इस अवसर पर कलेक्टर श्री सिंह ने बच्चों को पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प भी दिलाया।
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गुरकरण सिंह ने कहा कि पर्यावरण के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए अनुभूति कार्यक्रम वन विभाग की बहुत अच्छी पहल है। उन्होंने बच्चों से कहा कि अनुभूति कार्यक्रम के माध्यम से सीखी बातों को अपने जीवन में उतारे और पर्यावरण के संरक्षण के लिए अन्य लोगों को भी प्रेरित करें।
मास्टर्स ट्रेनर्स को किया गया सम्मानित
अनुभूति कार्यक्रम के सफल आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए मास्टर ट्रेनर प्रोफेसर डॉ रवि उपाध्याय, श्री आरके चौरे , श्री राम नारायण मालवीय एवं श्री दीपक यादव को प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।
बायोडायवर्सिटी क्विज में अर्जुन आए पहले
बायोडायवर्सिटी क्विज में भी विभिन्न स्कूलों के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में एसएनजी स्कूल के छात्र अर्जुन यादव प्रथम , गर्ल्स स्कूल होशंगाबाद की छात्रा अंजलि मेहरा द्वितीय एवं एसएनजी स्कूल के छात्र अनुज झोस तृतीय स्थान पर रहे। इनके साथ ही रंगोली प्रतियोगी में भी विजेता रहे बच्चो को भी पुरस्कृत किया गया।
अशोक और जामुन के पौधों का किया गया रोपण
कार्यक्रम के उपरांत मुख्य वन संरक्षक श्री राय, कलेक्टर श्री सिंह, पुलिस अधीक्षक डॉ सिंह एवं वन मंडल अधिकारी श्री मिश्रा द्वारा हर्बल पार्क में पौधारोपण किया गया। अधिकारियों ने जामुन और अशोक के वृक्षों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान अधिकारियों ने बच्चों द्वारा बनाई गई आकर्षक रंगोली का भी अवलोकन किया।
कार्यक्रम का संचालन श्री दीपक यादव एवं आभार प्रदर्शन वन मंडल अधिकारी श्री मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर एसडीओ वन विभाग श्री शिव अवस्थी, श्री डी एस डांगी, वन विभाग के मास्टर ट्रेनर्स एवं बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।