कलेक्टर डॉं. जैन की अध्यक्षता में कृषि एवं सम्बद्ध विभागों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
कलेक्टर डॉं. जैन की अध्यक्षता में कृषि एवं सम्बद्ध विभागों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
धार से शालू अग्रवाल की खास रिपोर्ट
  धार। डॉं. पंकज जैन की अध्यक्षता में आज कृषि एवं सम्बद्ध विभागों को विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिसमे रबी 2021-22 की समीक्षा की गई। उप संचालक कृषि ने बताया कि जिले में गेहूं का रकबा 2 लाख 65 हजार हेक्टेयर  एवं चना का रकबा 99 हजार 500 हैक्टर में बोवनी के ऑकडे प्रस्तुत किये गये। वर्तमान में रबी हेतु यूरिया आवश्यकतानुसार प्राप्त हो रहा है। आगामी 2 दिवस में 3 रेक पाईंट पर लगने वाली रेक से लगभग 3000 मेट्रिक टन यूरिया प्राप्त होगा। उर्वरक की कमी न हो, इस हेतु नियमित मॉनीटरिंग कर मांग एवं आपूर्ति सुनिश्चित करे। बताया गया कि फसल बीमा योजना अंतर्गत समस्त हितधारकों के लिए जिसमें बैंक, प्राथमिक कृषि सहकारी समिति, कॉमन सर्विस सेंटर, बीमा अभिकर्ता, कृषक द्वारा ऑनलाईन पंजीयन सहित कृषक के खाते से प्रीमियम नामे किये जाने संबंधी आवेदन प्राप्त करने की अंतिम तिथि राज्य शासन द्वारा अधिसूचित फसलों गेहूॅं एवं चना पंजीयन की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर निर्धारित की गई है। बैठक में उपस्थित लीड बैंक अधिकारी एवं महाप्रबंधक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक को समय पूर्व अधिसूचित फसले एवं हल्के की प्रीमियम राशि काटी जाकर समय पर पोर्टल पर इन्ट्री कर बीमा कंपनी को जमा कराने के निर्देश दिये गये हैं। किसानों को जैविक खेती हेतु प्रोत्साहित करे, जैव उत्पाद जैसे दवाई जैव उर्वरक इत्यादि को अपना कर उद्यमिता के रूप में शुरू करने के निर्देश दिये गये।
उन्होंने निर्देश दिए कि कृषि अधोसंरचना फंड योजना अन्तर्गत किसानों को उच्च स्तर पर विपणन हेतु खाद्य प्रसस्करण इकाई, कस्टम हायरिंग केन्द्र, नवीन उन्नत कृषि यंत्र इत्यादि स्वरोजगार उद्यमिता के लिये पंजीयन कर ऋण प्राप्त कर आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे सकते है। रबी फसले गेहूॅं की कटाई उपरान्त शेष फसल अवशेष को किसानों द्वारा नहीं जलाये, इस हेतु कटाई कृषि यंत्रों रीपर कम बाइंडर, स्वचलित रीपर, कम्बाईन हार्वेस्टर वीथ एसएमएस को कस्टम हायरिंग केन्द्रों से अथवा जिन किसानों के पास कटाई यंत्र उपलब्ध हो, उनसे किराये पर लेकर फसल कटाई कराये। फसल अवशेष को नहीं जाने से प्रदूषण एवं पर्यावरण का बचाया जा सके। कृषि यांत्रिकी विभाग ने बताया कि  कम्बाईन हार्वेस्टर ग्राम चिकल्या पाडल्या, तिरला, अंतराय, जामन्दा, जेतपुरा, तीसगांव, गरडावद, लबरावदा, बिजूर, डेहरी सराय, बदनावर, टकरावदा, बामनसुता, डोलाना, जलोद, मुरडका, बोरूद, सुल्तानपुरा, रीपर कम बाईडर ग्राम गरडावद, संदला, बडग्यार, बेडवाल्या, दाभड़, बाकानेर तथा स्ट्रा रीपर निपावली, अंतराय, उटावद, लबरावदा, बायखेडा, कलसाडाखुर्द, पंढुनिया, काछीबडोदा, बाबरदा में कृषकों के पास उपलब्ध है। बैठक में निर्देश दिए है कि उद्यानिक विभाग औषधिय फसलों को अधिक से अधिक बढ़ावा देंवे।