*सरकार और प्रशासन के दावे के बावजूद परिषदीय विद्यालय में पठन -पाठन भगवान भरोसे से चल रहा है चायल तहसील के इलाके के अधिकतर विद्यालय मे छात्र ही नहीं गुरु जी नदारद रहते हैं नामांकन के सापेक्ष के आधे छात्र भी स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं यही नहीं अधिकतर विद्यालय में गुरु जी की संख्या भी कभी पूरा नहीं होती हर विद्यालय में एक* *से दो शिक्षक अवकाश पर ही रहते हैं तो कुछ हाजिरी लगाकर निकल लेते हैं गुरुवार को यही हालात नेवादा विकासखंड के पसियन का पूरा का पूरा मजरा खोपा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में देखने को मिला नेवाद विकास खंड के पसियन का पूरा माजरा खोपा स्थित प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक* *स्कूल में कम व कागजों पर नजर आने में अधिक ध्यान दे रहे हैं बच्चों की उपस्थिति से भी उन्हें कोई मतलब नहीं गुरु जी को पसियन के पूरा गांव स्थित स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की इच्छा भगवान भरोसे ही दिखी छात्रों की संख्या और शिक्षकों की गैर हाजिरी को लेकर अधिकारी भी चिंता जता चुके हैं ।बीएसए प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि वह छात्रों की संख्या बढ़ाए प्रतिदिन समय से स्कूल पहुंचे लेकिन इसके* *बावजूद भी स्कूलों में शिक्षा का माहौल नहीं बन पा रहा प्रधानाचार्य मोगीस अहमद के अनुसार प्राथमिक विद्यालय में कुल तीन स्टाफ है। जिनमें से प्रधानाध्यापक सहायक अध्यापक अजीत सिंह की मौजूद मिले जबकि अध्यापक बलराम त्रिपाठी विद्यालय से नदारद रहे और उनकी उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज मिली पूछने पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि उनको झाड़ू खरीदने के लिए भेजा गया है इनका कहना है अगर विद्यालय में उपस्थित रजिस्टर में खेल किया जा रहा है तो मामले की जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी*
चायल तहसील से अम्बिकेश पाण्डेय की रिपोर्ट