*बस दुखांतिका के मृतकों सहित शोकसभाओं में शामिल होकर केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने जताई संवेदनाएं*
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने शुक्रवार को बायतु विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर शोक सभाओं में सम्मिलित होकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोक संतप्त परिजनों को दिया संबल
बाड़मेर से वागा राम बोस की रिपोर्ट
परेऊ (बाड़मेर)केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी शुक्रवार को भी संसदीय क्षेत्र के बायतु विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों के दौरे पर रहे। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने सबसे पहले बुधवार को भांडियावास गांव पचपदरा के पास बस दुखांतिका में दिवंगत हुए बायतु विधानसभा क्षेत्र के रूपजी राजाबेरी निवासी सुरेश पुत्र जग्गुराम कड़वासरा के निवास पर शोक सभा में सम्मिलित होकर शोक संतप्त परिजनों को सांत्वना दी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि इस दुःखद घड़ी में पीड़ित परिजनों की सहायता के लिए सरकारी स्तर पर हरसम्भव प्रयास किये जा रहे है। ईश्वर परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति दें।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी इसके बाद पंचायत समिति गिड़ा के पूर्व प्रधान लक्ष्मणराम डेलू के माताजी के स्वर्गवास पर निवास स्थान पहुंचकर शोक सभा में सम्मिलित हुए। इस दौरान दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं पूर्व प्रधान लक्ष्मणराम डेलू सहित शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान किया। साथ ही गिड़ा में भंवरसिंह सिसोदिया के माताजी पवन कंवर तथा पूर्व सरपंच हनीफ खां के पिताजी की शोक सभा में पहुंचकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बंधाया। कैलाश चौधरी इसके बाद खोखसर पूर्व में छगन लाल पुत्र भूराराम थोरी के स्वर्गवास पर उनके निवास स्थान पर शोक सभा में सम्मिलित हो दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की एवं शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान किया।
कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी इसके बाद परेऊ गांव पहुंचे। केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने यहां श्री गुलाब भारती मठ परेऊ में भगवान महादेव के द्वादश ज्योतिर्लिंग वह गुलाम भारती की समाधि की पूजा अर्चना की और देश प्रदेश में आमजन की खुशहाली की मंगलकामना की। इस दौरान कैलाश चौधरी ने महंत ओंकार भारती महाराज से आशीर्वाद भी लिया। इसके बाद परेऊ में ही पूर्व पोस्टमैन नगराज पुत्र केसरीमल सोनी तथा कुम्पलिया गांव में भींयाराम भाम्भू के स्वर्गवास पर उनके निवास स्थान पहुंचकर शोक सभाओं में सम्मिलित होकर ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की तथा शोक संतप्त परिजनों को संबल प्रदान किया।