बुंदेलखंड से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का शंखनाद महोबा से गराजेगे पीएम नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: पानी की परियोजना का करेंगे लोकार्पण।
.बुंदेलखंड से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का शंखनाद महोबा से गराजेगे पीएम नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: पानी की परियोजना का करेंगे लोकार्पण।

उत्तर प्रदेश में चुनावों की उल्टी गिनती शुरु हो गई है। भाजपा भी आचार संहिता लगने के पहले सभी महत्वपूर्ण व महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को लोकार्पित कराकर अपने विकास के एजेंडे को धार देने में जुटी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगामी 19 नवम्बर को बुंदेलखंड से चुनावी बिगुल फूंकने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री महोबा और झांसी से चुनाव प्रचार का आगाज करने जा रहे हैं। वे एक दशक बाद पूरी हुई महत्वाकांक्षी अर्जुन सहायक परियोजना का लोकार्पण करेंगे। पानी के लिए सदियों से अभिशप्त रहे महोबा, हमीरपुर और बांदा को इस परियोजना के बहाने सिंचाई व पेयजल उपलब्ध कराने वाले भागीरथी बन इसे चुनावी एजेंडे के तरकश का प्रमुख तीर बनाने की कोशिश करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे।
सोच समझकर तय की गई है 19 नवम्बर की तिथि

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पहले महोबा आना था। आगामी चुनावों के मद्देनजर प्रधानमंत्री के दौरे का दूरगामी संदेश देने के लिए महोबा के साथ झांसी कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई। पहले मोदी का दौरा 15 नवम्बर के लिए प्रस्तावित किया गया था। लेकिन दीपावली के कारण तैयारियों के लिए पर्याप्त समय न मिलने के कारण तारीख को खिसकाना पड़ा। 19 नवम्बर को महारानी लक्ष्मी बाई की 193 वीं जयंती भी है। ऐसे में लक्ष्मी बाई की जयंती के बहाने 19 नवम्बर को हरी झंड़ी दी गई है l
पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे अर्जुन सहायक परियोजना का लोकार्पण।
बांधों को आपस में जोडकर तैयार की गई अर्जुन सहायक परियोजना पर लगभग ढ़ाई हजार करोड़ रुपए की लागत आई है। इस सिंचाई परियोजना का स्वरूप नदी जोड़ो परियोजना की तरह है। लगभग 12 वर्षों में तैयार हुई इस परियोजना की लागत बढ़कर तीन गुना पहुंच गई। सिंचाई विभाग के आँकड़ों के अनुसार बुंदेलखंड के महोबा , हमीरपुर व बांदा जिलों के 168 गांवों के लगभग डेढ़ लाख किसानों को परियोजना का सीधा लाभ मिलेगा। जबकि चार लाख लोगों को पेयजल सुविधा का लाभ मिलेगा।
बुंदेलखंड में पानी की किल्लत को दूर करने के लिए 2009 में शुरू हुई इस परियोजना को 806.50 करोड़ रुपए की लागत से पूरा होना था। लेकिन लागत और वक्त बढ़ता गया। परियोजना पर प्रारम्भिक आकलन से तीन गुना लगभग 2593.93 करोड़ की लागत आ चुकी है। अर्जुन सहायक परियोजना से महोबा , बांदा व हमीरपुर जनपदों की 44381 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी।
मुख्यमंत्री योगी, जल संसाधन मंत्री और मुख्य सचिव कर चुके हैं निरीक्षण
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लोकार्पण कराने से पहले अर्जुन सहायक परियोजना का मार्च माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ निरीक्षण कर चुके हैं। जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह भी लहचूरा बांध का निरीक्षण कर अर्जुन सहायक परियोजना की प्रगति का जायजा ले चुके हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी भी लहचूरा बांध का निरीक्षण करने आए थे।
भाजपा व सरकार दोनों चाहते थे कि आचार संहिता लगने के पहले पीएम नरेंद्र मोदी से परियोजना का लोकार्पण करा दिया जाए। पानी की विकराल समस्या से यह परियोजना कितना निजात दिला पाएगी यह तो वक्त बताएगा लेकिन भाजपा जरूर पानी के बहाने बुंदेलियों की दुखती रग पर हाथ रखकर वोटों की फसल काटना चाहेगी।