सिलाई मशीनें पाकर महिला हस्तशिल्पयों के खिले चेहरे
*सिलाई मशीनें पाकर महिला हस्तशिल्पयों के खिले चेहरे*

*सनावड़ा में आयोजित हुआ टूल किट वितरण कार्यक्रम*

*200 महिला दस्तकारो को मिली निःशुल्क सिलाई मशीनें*


बाडमेर से वागाराम बोस की  रिपोर्ट 

*बाङमेर-* महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के द्वारा महिला दस्तकारों का अपने हुनर के झरिए आगे बढ़ने का सपना साकार हो सके, महिला हस्तशिल्पी अपने हाथों तैयार उत्पादों को मार्केट में उतारने का जज्बा कायम करें और अपने परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत करने में अपनी सहभागिता निभाएं,उक्त विचार सोमवार को कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सचिव उपेंद्र प्रसाद सिंह ने ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान बाड़मेर, विकास आयुक्त हस्तशिल्प एवं ईपीसीएच के संयुक्त तत्वाधान में संचालित मेगा क्लस्टर योजना के तहत राउप्रावि नवातला के परिसर में सोडियार, जाखङो की ढाणी व स्थानीय ग्राम पंचायत सनावड़ा क्षेत्र की महिला दस्तकारों को टूल किट वितरण के दौरान व्यक्त किए।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि आज के समय में हमे हमारी इस पारंपरिक अमूल्य धरोहर,समृद्ध परम्परा को आगे ले जाने की महती आवश्यकता है, इसके लिए आप सभी कलाकारों को रूमा देवी की तरह आगे आना होगा, आप सभी आर्टिजनो को कोई राँल मॉडल ढूंढने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी आपके बीच नारी सशक्तिकरण की मिसाल बन चुकी रूमा देवी खुद एक राँल मॉडल के रूप में उपस्थित है। उन्होंने कहा कि रूमा देवी ने जब मेरे से नई दिल्ली में मुलाकात कर आप सभी के बीच दीपावली पर्व से पहले उपस्थित होने का न्यौता दिया, जिसे आज मैने आपसे व्यक्तिगत रूबरू होकर अपने वादे को निभाने की कोशिश की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हस्तशिल्प विकास आयुक्त शांतमनु ने महिला आर्टीजनों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि सरहदी इलाके बाड़मेर जिले के  कलाकारों द्वारा तैयार विभिन्न प्रकार की कलाओं के उत्कृष्ट प्रदर्शन को आपके बीच पहुंच देखने का सौभाग्य मिला, साथ ही आज आप सभी नारी शक्ति से रूबरू होने का भी अवसर मिल पाया। उन्होंने कहा कि आप सभी में विभिन्न ट्रेनिंग प्रोग्रामो द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद बेहतरीन बदलाव झलक रहा है,जो हम सभी के लिए गौरवान्वित महसूस करने का क्षण है।

अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्पी,फैशन डिज़ाइनर और संस्थान अध्यक्ष डाँ रूमा देवी ने अपनी दस्तकार बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि आज आपको दीपावली से पहले सिलाई मशीनों के रूप में जो उपहार मिला यह मेरे लिए बेहद खुशी का मौका है, मेरी हमेशा विभिन्न प्रकार के ट्रेनिंग प्रोग्रामों के माध्यम से प्रशिक्षण दिलाकर आपके अंदर छुपे हुनर को तलाशने की कोशिश रहती हैं।
 रूमा देवी ने कहा कि आज वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार, हस्तशिल्प विकास आयुक्त व एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट्स के सहयोग से आप सभी को 200 सिलाई मशीनों का लाभ सचिव उपेंद्र प्रसाद सिंह के कर-कमलों द्वारा प्रदान करवाया।

इस दौरान डॉ़ रूमा देवी ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कहा  कि आज मैं जिस मुकाम पर हूं,वह आप सभी बहनों के सहयोग की बदौलत ही मिल पाया।
उन्होंने बताया कि जिले की कुल तीन हजार प्रशिक्षण प्राप्त महिला आर्टीजनो को सिलाई मशीनें  इसी तरह के अलग-अलग चरणों में आगामी कार्यक्रम आयोजित कर दी जाएगी।

 कार्यक्रम समापन के दौरान रूमा देवी फाउंडेशन संयोजक नैंसी सिंगला ने पधारे हुए अतिथिगणों, महिला हस्तशिल्पीयों और सभी वरिष्ठजनों का आभार व्यक्त किया।

इस दौरान कार्यक्रम में विकास आयुक्त हस्तशिल्प क्षेत्रीय निदेशक विपिन ठाकुर, हस्तशिल्प उद्यमी लेखराज माहेश्वरी, स्थानीय सरपंच गंगा देवी, जाखङो की ढाणी सरपंच चंपा देवी, बांछङाऊ सरपंच पूरो देवी सहित अन्य अधिकारीगण, दस्तकार महिलाएं, ग्रामीणजन व संस्थान के कार्यकर्ता उपस्थित रहे,कार्यक्रम का मंच संचालन जसवंत सिंह डूडी व सुरेश कुमार ने किया।