पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की नजर में बन्द अस्पताल में बेखौफ हो रहा इलाज
*पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की नजर में बन्द अस्पताल में बेखौफ हो रहा इलाज* 

*चिकित्सक दंपत्ति के अस्पताल में बार-बार मौत होने के बाद भी उसके गुनाह माफ कर उसे फिर मौत का खेल खेलने की छूट देने वाले कौन*

*कौशाम्बी* चायल तहसील क्षेत्र के तिल्हापुर मोड़ स्थित गणेश हॉस्पिटल में मरीजों के इलाज के दौरान आधा दर्जन मरीजो की मौत के मामले में पिपरी थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद इस अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग ने सीज कर अस्पताल संचालन रोक दिया था मरीजों के मौत बाद मुकदमा दर्ज होने पर आरोपी चिकित्सक दंपत्ति अस्पताल छोड़कर फरार हो गए थे और लंबे समय तक चिकित्सक दंपत्ति फरार थे मौत का खेल खेलने वाला यह अस्पताल पूरी तरह से बंद हो चुका था लेकिन मामले में थाना पुलिस और स्वास्थ्य अधिकारियों से चिकित्सक दंपति की सेटिंग होने के बाद लाखों रुपए का चढ़ावा दंपत्ति ने चढ़ा दिया है स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय पुलिस को चिकित्सक दंपत्ति से मोटी रकम मिल जाने के बाद मौत के सौदागर कथित चिकित्सक दंपत्ति के इस अस्पताल में फिर मरीजों का इलाज के बहाने धना दोहन शुरू हो गया है चिकित्सक दंपति पर कई मुकदमा दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी नहीं हो सकी है मौत के मामले में भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और थाना पुलिस धन वसूली का खेल खेल रही है अभी तक फरार कथित चिकित्सक दंपत्ति को पुलिस खोज रही थी लेकिन अब खुलेआम चिकित्सक दंपत्ति मरीजों का इलाज कर रहा है तो पुलिस शांत पड़ गई है जिससे थाना पुलिस की व्यवस्था पर सवाल उठ रहा है स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सक दंपत्ति के अस्पताल में मौत के बाद इस अस्पताल को सीज कर दिया था स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीज किए गए अस्पताल का ताला तोड़कर मरीजों का इलाज फिर शुरू हो गया है लेकिन ताला तोड़ दिए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अस्पताल संचालक चिकित्सक दंपत्ति के कारनामे पर बहानेबाजी करने लगे हैं जिससे स्वास्थ विभाग के अधिकारियों की भी मंशा पर सवाल उठना स्वाभाविक है आखिर मौत के सौदागर चिकित्सक दंपत्ति को कौन संरक्षण दे रहा है इस बात की चर्चा आम जनमानस के बीच खुलेआम हो रही है योगी सरकार को बदनाम कर अवैध तरीके से अस्पताल संचालन करने वाले चिकित्सक दंपत्ति के अस्पताल में बार-बार मौत होने के बाद भी उसके गुनाह माफ कर उसे फिर मौत का खेल खेलने की छूट देने वाले अधिकारियों के कारनामों पर जांच हुई तो जहां चिकित्सक दंपत्ति की मुसीबत बढ़ जाएगी वही स्वास्थ विभाग से लेकर थाना पुलिस का जहां चेहरा बेनकाब होगा वही इन अधिकारियों पर भी शासन का चाबुक चल सकता है

चायल तहसील से अम्बिकेश पाण्डेय की रिपोर्ट