महाभारत काल के वंशज राजा परिक्षत के पुत्र जन्मेजय नाग यज्ञ कुंड पर हुआ मेले का आयोजन
महाभारत काल के वंशज राजा परिक्षत के पुत्र जन्मेजय नाग यज्ञ कुंड पर हुआ मेले का आयोजन

जसराना क्षेत्र के कस्बा पाढम के निकट अरेंद्र नदी के किनारे जन्मेजय नाग यज्ञ कुंड व काली माता मंदिर  पर हुआ मेले का आयोजन मेले में पुलिस प्रशासन थाना एका का विशेष सहयोग रहा मेले में चरक एवं बच्चों के खेल खिलौने की दुकान है सजी रहे मिट्टी के बर्तन के लिए मशहूर कुंड का मेला लगभग 200 वर्ष पुराना है इस मेले में हलवाई की दुकान है झूले एवं सिंगार की दुकान है काफी मात्रा में लगती है बड़ी दूर दूर से लोग इस मेले को देखने आते हैं काली माता मंदिर की देखरेख कर रहे पुरोहित सुधीर कुमार शास्त्री जी ने बताया कि मेला काफी पुराना है और यहां सुरक्षा में थाना एका प्रशासन का विशेष सहयोग रहता है यह मेला महाभारत काल के वंशज राजा परीक्षत के पुत्र जनमेजय ने अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए नागौ की आहुति दी वही कुंड और तक्षक सर्प द्वारा काटे गए राजा परिक्षत  का किला अरेंद्र नदी के दूसरी तरफ। खेड़ा में तब्दील हो गया है  यह कुंड महाभारत काल के वंशजों की धरोहर है  कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए मेले का आयोजन किया गया रिपोर्ट कैलाश राजपूत