मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू का कहर
*मौसमी बीमारियों के साथ डेंगू का कहर*

*जिला अस्पताल में ओपीडी 2300 पार, शिकायत पर MLA ने निरीक्षण कर व्यवस्थाएं सुधारने के दिए निर्देश*

बाडमेर से वागाराम बोस की रिपोर्ट 

*बाड़मेर।* बाड़मेर जिला अस्पताल में मौसमी बीमारियों के चलते ओपीडी लगातार बढ़ती जा रही है। अस्पताल में शिशु वार्डों में निशुल्क दवाइयां नहीं मिलने की लगातार शिकायतें मिल रही थी। इस पर विधायक मेवाराम जैन, पीएमओ के साथ में वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई मरीजों ने शिकायत दी कि डॉक्टर बाहर की दवाइयां लिख रहे हैं। इस पर शिशु यूनिट प्रभारी डॉ हरीश चौहान को बुलाकर पाबंद किया कि निशुल्क दवाइयां मरीजों को दी जाए। विधायक ने कलेक्टर के साथ मीटिंग कर अस्पताल में व्यवस्था सुधारने की बात कही।
दरअसल, जिले में कोरोना के बाद में डेंगू का कहर लोगों पर भारी पड़ रहा है। जिला अस्पताल में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं शिशु रोगियों की ओपीडी भी प्रतिदिन 400 से 500 तक पहुंच चुकी है। इसमें अधिकतर बच्चे डेंगू व निमोनिया से पीड़ित होने के कारण भर्ती करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में बीते एक सप्ताह में ओपीडी 2200 से 2500 तक पहुंच रही है। जिला अस्पताल में इस महीने में 100 से ज्यादा डेंगू मिले है।
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने अस्पताल में अव्यवस्थाओं की शिकायतों पर मंगलवार को अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान डॉक्टरों ने विधायक को कहा कि बीते कुछ दिनों में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई है। मंगलवार को शिशु रोग वार्ड में 12 बेड खाली है। विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि कलेक्टर से चर्चा कर ली है और अगर डेंगू के मरीजों में इजाफा होता है तो हाई स्कूल में केयर्न वेदांता अस्थायी अस्पताल में नया वार्ड शुरू कर दिया जाएगा।
*हर रोज 600 जांच*
जिला अस्पताल में बीते कुछ दिनों से डेंगू, मलेरिया, सीबीसी सहित विभिन्न निशुल्क जांचें की जा रही है। हर रोज करीब 500-600 जांच की जा रही है। सोमवार को 600 निशुल्क जांच की थी। मंगलवार को दोपहर तक 350 से ज्यादा सैंपल की जांच कर ली गई है। जैन ने जांच केंद्र का निरीक्षण कर व्यवस्था सुधारने के साथ जांचे बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
*कलेक्टर के साथ मीटिंग*
कलेक्टर चैंबर में कलेक्टर लोक बंधु, विधायक मेवाराम जैन, सीएमएचओ डॉ बाबूलाल विश्नोई, पीएमओ डॉ बीएल मंसूरिया के साथ मौसमी बीमारियों को लेकर मीटिंग हुई। मीटिंग में जिला अस्पताल में जांच सेंटर पर नई सीबीसी मशीन खरीदने और 50 नए नर्सिंग स्टाफ अस्पताल में पदस्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ मौसमी बीमारियों को देखते हुए छुट्टी के दिनों में भी ओपीडी में डॉक्टर की ड्यूटी लगाई जाए, इससे मरीजों को परेशान नहीं होना पड़े।