जल को बचाना ही नहीं, गुणवत्ता पर भी रखना होगा ध्यान- प्रतीक कुंडू
जल को बचाना ही नहीं, गुणवत्ता पर भी रखना होगा ध्यान- प्रतीक कुंडू


चरखी दादरी (उमेश सतसाहेब)


चरखी दादरी- जल को बचाना ही नहीं है, इसकी गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखना है। हर घर को नल से जल पहुंचाने का कार्य अब अंतिम चरण में है और लोगों को मिलकर स्वयं अपने गांव के जलसंसाधनों की सुरक्षा करनी होगी।
महात्मा गांधी जयंती के दिन जलजीवन मिशन को लेकर सुबह 10 से 12 बजे तक आयोजित किए राष्ट्रव्यापी ग्राम संवाद कार्यक्रम के दौरान जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एसडीओ प्रतीक कुंडू ने यह बात कही। गांव मिसरी की ग्राम सभा में उन्होंने कहा कि जिला के सभी गांवों में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाए जा रहे अमृत महोत्सव की श्रृंखला में ग्राम सभाओं का आयोजन किया गया है, जिनको प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने वीसी के जरिए संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सरकार की ओर से चलाए जा रहे हर घर को नल से जल अभियान, पोषण कार्यक्रम, महिला सशक्तिकरण, ग्राम विकास आदि के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने जलजीवन एप को भी लांच किया। इस एप में हर गांव का पानी से संबधित सारा ब्यौरा मिलेगा। एसडीओ प्रतीक कुंडू ने ग्रामवासियों को जल संरक्षण की शपथ दिलवाते हुए कहा कि हम सभी गांव में जल का सदुपयोग करेंगे और पानी की गुणवत्ता का भी ध्यान रखेंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में जलजीवन मिशन की शुरूआत की गई थी। इसमें सरकार ने वर्ष 2022 तक प्रदेश के सभी घरों में नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था। जिसे लगभग पूरा कर लिया गया है। इस मिशन के तहत गांवों में जल एवं सीवरेज समितियों का गठन किया गया है। ये समितियां पानी को बचाने तथा पानी की निकासी को लेकर अपने गांव को जागरूक करेंगी। इसके अलावा हर गांव में विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों को पानी की जांच करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला के सभी 168 गांवों में ग्राम सभा का आयोजन कर जल संरक्षण का संकल्प लिया गया। इन सभाओं में जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी कंवरदमन सिंह, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी रोशनलाल श्योराण, सुभाष शर्मा, नरेश छिकारा, ग्रामसचिव, पंचायतीराज के कर्मचारी, जल एवं स्वच्छता सहयोग संगठन के सदस्य, जनस्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित रहे। गांवों में फील्ड टेस्टिंग किट का प्रयोग करते हुए महिलाओं ने पानी की गुणवत्ता की जांच की। ग्राम सभाओं में अटल भूजल योजना व जलशक्ति अभियान को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया।