म.प्र.गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी श्री गिरी द्वारा ग्राम समसवाडा और रामगढ़ की गौ-शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण

 

म.प्र.गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी श्री गिरी द्वारा ग्राम समसवाडा और रामगढ़ की गौ-शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण
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छिन्दवाड़ा | 
 
   

         म.प्र.गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी श्री अखिलेश्वरानंद गिरी द्वारा गत दिवस छिंदवाड़ा जिले के विकासखंड चौरई के ग्राम समसवाडा और रामगढ़ की गौ-शाला का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उप संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ.एच.जी.एस. पक्षवार और सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.आर.एस.सिंह, डॉ.अरुणा मंडराह व डॉ.विजय नेमा उपस्थित थे।

      म.प्र.गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी श्री गिरी ने निरीक्षण के दौरान गौ-शाला को संचालित करने वाले स्व-सहायता समूह की सदस्य महिलाओं से चर्चा की और उन्हें गौ-शाला को संचालित कर आत्म-निर्भर बनने के उपायों और गोबर व गोमूत्र से बनने वाले उत्पादों की विस्तार से जानकारी देते हुये सलाह दी कि गौ-शाला की आर्थिक समृध्दि के साथ ही समूह के स्वावलंबन पर भी ध्यान दिया जाये।ग्राम समसवाडा की गौ-शाला के समूह द्वारा दान पत्र की बुक छपवाये जाने पर अध्यक्ष स्वामी श्री गिरि ने गौ-शाला को 500 रूपये की नगद राशि देकर रसीद कटवाई। इस पर डॉ.आर.एस.सिंह और डॉ.अरुणा मंडराह ने भी 365-365 रूपये  की नगद राशि देकर रसीद कटवाई। अध्यक्ष स्वामी श्री गिरि और डाक्टरों द्वारा दान दिये जाने से प्रेरित होकर अन्य ग्रामीणों द्वारा भी दान देकर रसीद कटवाई गई। इस राशि का उपयोग गौ-शाला में गायों के भरण पोषण के लिये किया जायेगा।

      म.प्र.गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी श्री गिरी द्वारा दोनों गौ-शालाओं की प्रशंसा की गई और भविष्य में और अच्छी तर‍ह से गौ-शाला संचालित करने की आवश्यक सलाह दी। उन्होंने गौ-शाला में 60 प्रतिशत निराश्रित गौ-वंश और 40 प्रतिशत दुधारू गौ-वंश रखने के निर्देश दिये तथा समूह की सदस्यों से चर्चा करने के बाद समूह को लोन देकर एक-एक दुधारू गाय रखने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिये। उन्होंने म.प्र.गौपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड द्वारा गौ-वंश के भरण पोषण के लिये प्रदाय  की जा रही राशि से भूसा और सुदाना खरीदने के निर्देश भी दिये तथा गौ-शाला में प्राप्त होने वाली दान राशि से गौ-शाला में कार्य कर रहे कर्मचारियों को पारिश्रमिक का भुगतान करने के लिये कहा।