बाजरा खरीद नही करना भाजपा सरकार का किसानों की बर्बादी की तरफ एक ओर कदम
बाजरा खरीद नही करना भाजपा सरकार का किसानों की बर्बादी की तरफ एक ओर कदम- किरण चौधरी


भिवानी, 29 सितम्बर(जयबीर राणा थंबड़)

पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती किरण चौधरी ने कहा कि बाजरा खरीद नही करने का निर्णय किसानों को बर्बाद करने की और भाजपा का एक ओर कदम है, उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों से मंडियों में बाजरे की खरीद करने का वायदा किया था और किसानों ने बाजरे की बिजाई इसी आस में करी थी कि उनका बाजरा सरकार एमएसपी रेट पर खरीदेगी पर भाजपा सरकार ने अब खरीद करने की बजाए अपने हाथ खड़े कर दिए जिससे किसानों को अपना बाजरा ओने- पोन दामो पर बेचना पड़ेगा। 

किरण चौधरी ने बेमौसमी बरसात की वजह से पहले ही किसानों की खरीफ की फसल बर्बाद हो चुकी है ऊपर सरकार द्वारा बाजरे की खरीद नही करना किसानों के ऊपर दोहरी मार है इससे भाजपा-जजपा सरकार का किसान विरोधी चेहरा उजागर हो चुका है की सरकार की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है। बाजरा खरीद नही करने का निर्णय न केवल किसानों के हितों के खिलाफ है बल्कि गरीब आदमी के खिलाफ भी है जब सरकार फसल की खरीद नही करेगी तो गरीब लोगों को कहा से राशन उपलब्ध करवाएगी।

किरण चौधरी ने कहा कि बाजरा फसल खरीद बंद करने के निर्णय से भाजपा की नीयत उजागर हो गई है भाजपा सरकार फसल नही खरीदना चाहती अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले टाइम में सरकार गेंहू की फसल को एमएसपी के भाव पर खरीदेगी इस बात पर भरोसा नही किया जा सकता।  उन्होंने सरकार से मांग की है कि किसानों के बाजरे की फसल की एमएसपी के भाव पर खरीद की जाए।
 किरण चौधरी ने कहा कि तीन काले कानूनों के विरोध में किसानों को आंदोलन करते हुए 10 महीने हो चुके हैं ओर सरकार को अहंकार छोड़कर किसानों से बात करनी चाहिए और केंद्र सरकार द्वारा लागू तीनों काले कानून व हरियाणा सरकार द्वारा लागू भूमि अधिग्रहण कानून को रद्द करना चाहिए।