श्रावण मास के प्रारंभ में रिमझिम बारिश के फुहारों के बीच * मित्रता दिवस* *पर अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज की कटनी जिला अध्यक्ष समाजसेवी व अधिवक्ता श्रीमती रेखा अंजू तिवारी के नेतृत्व में सत्यनारायण मंदिर में भजन कीर्तन एवं सामाजिक व्यवस्था में सुधार लाने हेतु विचार विमर्श गोष्ठी का आयोजन किया गया,,, कार्यक्रम में सर्वप्रथम श्री हरि सत्यनारायण विष्णु जी एवं संकटमोचन हनुमान जी के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर माल्यार्पण कर कार्यक्रम प्रारंभ किया गया अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती सावित्री तिवारी के मार्गदर्शन प्रदेश प्रभारी श्री मति पूर्वी पांडे के आदेशानुसार,,कटनी जिले की समाजसेवी व अधिवक्ता श्रीमती रेखा अंजू तिवारी द्वारा सभी उपस्थित मातृशक्तियों का भव्य आत्मीय स्वागत रोली तिलक व पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया तत्पश्चात सभी पदाधिकारियों ने एक दूसरे को उत्साहित करते हुए मित्रता दिवस पर विशेष रेशमी धागा बांध कर एक नई दिशा में उड़ान भरने और स्वयं की पहचान बनाने के साथ ही आपसी सहमति से एकता की भावना के साथ मिलकर काम करने हेतु दृढ़ संकल्प लिया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी श्री मति मनोरमा पाठक ने कहा कि आज़ हमारा ब्राह्मण समाज बहुत बिखरा हुआ है,,,हम सब को मिलकर उसे एकता के सूत्र में बांधने की कोशिश करना चाहिए, पूर्व जिला अध्यक्ष श्रीमती मनीषा प्यासी ने अपना परिचय देते हुए सभी का एक दूसरे से परिचय कराया, विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज संभागीय अध्यक्ष सुश्री मीरा भार्गव, वरिष्ठ समाजसेवी सुश्री लता खरे,,,, श्रीमती दीपा पांडे, श्रीमती स्नेहलता तिवारी सहित सभी मातृशक्तियों ने अपने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए समाज जनहित में काम करने की बात रखी कार्यक्रम का संचालन कर रही समाजसेवी श्रीमती शशि दुबे ने कहा कि हमें मित्र मिले तो कृष्ण और कर्ण जैसा मिलें,, वरना ना मिले, किया और उपस्थित सभी पदाधिकारियों का आभार व्यक्त संगठन मंत्री श्रीमती ममता गर्ग ने किया कार्यक्रम के अंत में समाजसेवी व अधिवक्ता श्रीमती रेखा अंजू तिवारी द्वारा अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज को चारों दिशाओं में फैलाने की बात कही और मजबूती के साथ सभी के सहयोग और मार्गदर्शन करें एवं महिलाओं-बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने व सुरक्षित रखने हेतु प्रेरित किया और सभी को प्रभु सत्यनारायण का प्रसाद एवं मिष्ठान वितरित किया गया,
जीवन में कभी सेवा का अवसर मिले तो सारथी बनकर काम करना स्वार्थी नहीं बनना
*जीवन में कभी सेवा का अवसर मिले तो सारथी बनकर काम करना स्वार्थी नहीं बनना समाजसेवी व अधिवक्ता रेखा अंजू तिवारी