* कौशांबी की खबर
*अधिकारियों ने साधी चुप्पी
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य अपने गृह जनपद में क्यूं नही धांधली करने वाले अधिकारियों पर अंकुश लगा पा रहे हैं। कौशांबी में एक बार फिर ग्राम पंचायत अधिकारियों के ट्रांसफर रोकने को लेकर सवाल उठने लगे हैं| एक ही विकासखंड में 8 वर्षों से अधिक समय से अंगद की तरफ पैर जमाए ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारियों का स्थानांतरण गत दिनों पूर्व जिला पंचायत राज अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशानुसार करीब 20 करमचारियो को अन्य अन्य ब्लॉकों में स्थान्तरित किया गया था। विकास खण्ड मंझनपुर के इब्राहिमपुर, अमीनपुर समरो आदि ऐसे ग्राम पंचायत में ग्राम पंचायत अधिकारी लगभग 2013 से जमे हुए हैं।अपना ट्रांसफर रुकवाने को लेकर ग्राम पंचायत अधिकारी भी कम नहीं |आखिरकार जिला प्रशासन के आदेशों पर भारी पड़ गए और पूर्व के तैनाती वाले ब्लॉक में ही जमे रह गए| जब इस प्रकरण के सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी से जानकारी ली गई तब उन्होंने गोल मटोल करते हुए कहा कि अभी इसकी जानकारी नहीं दे सकते हैं एक दो दिन में अवगत करा दिया जाएगा। सुबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति को किस तरह से कौशांबी के अधिकारी पलीता लगा रहे हैं यह साफ देखा जा सकता है| और सुना जा सकता है की पहले स्थानांतरण करते हैं फिर उन्हीं का स्थानांतरण पुरानी जगह पर ही रोका जाता है। ऐसे कारनामे पहली बार नही है। आखिर कैसे सफल होगा योगी आदित्यनाथ का विकास का सपना|
यूपी स्टेट से मिडिया प्रभारी पवन मिश्रा की रिपोर्ट