हंडिया तहसीलदार अर्चना शर्मा द्वारा सड़क दुर्घटना गोवंश से आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं के चलते आवारा गोवंश के विरुद्ध 2 दिन से मुहिम चलाई जा रही है जिसके चलते हंडिया तहसील के कोटवारों की टीम द्वारा 450 मवेशियों को हडिया मंडी प्रांगण में एकत्र किया गया है तहसीलदार शर्मा द्वारा आज सुबह 50 गोवंश का पूजन का आवारा गोवंश को चीराखान गौशाला के लिए रवाना किया गया डॉ शर्मा ने कहा कि जिन ग्रामीणों के मवेशी मंडी प्रांगण में है वह एक ₹1000 की राशि जमा कर अपने अपने मवेशी को ले जा सकते हैं 90 मवेशियों के कान में स्टीकर लगे हैं उनके मालिकों की पहचान की जा रही है अगर 2 दिन के अंदर पशु मालिकों द्वारा अपने पशुओं को नहीं ले जाया जाता है तो उनके विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने की कार्यवाही की जाएगी आर आई संतोष पथोंरिया ने बताया कि आज 14 गोवंश मालिकों पर ₹1000 का जुर्माना कर 14 हजार रुपए की राशि ली गई है वहीं 50 मवेशी ऐसे मिले जिनके कान में स्ट्रीकर से पहचान होने पर वह आवारा मवेशी ग्राम पंचायत के नाम से मिले जिन्हें ग्राम पंचायत के सुपुर्द किया गया है पंचायत सचिव योगी ने बताया कि पंचायत द्वारा उन्हें हरदा कांजी हाउस भेजा जा रहा है तहसीलदार शर्मा ने बताया कि शेष बचे मवेशियों को आसपास की गोसालओ में भेजने की व्यवस्था की जा रही है जिससे कि गौ माता बेसहारा सड़कों पर घूम कर काल के गाल में ना समाए
गोवंश के लिए की भूसे पानी व उपचार की व्यवस्था राजस्व विभाग द्वारा बड़ी संख्या में मंडी प्रांगण में ले जाए गए गोवंश के लिए भूसे पानी के साथ ही पशु चिकित्सा विभाग की टीम भी मवेशियों की उपचार में सारा दिन जुट्टी हुई दिखाई पड़ रही है वहीं तहसीलदार द्वारा यहां पर दो कर्मचारियों को तैनात किया गया है जो दिन रात मवेशियों की देखरेख में लगे हुए हैं
प्रतिवर्ष भूख एवं बीमारी ब दुर्घटना से होती है 210 गोवंश की मौत अगर हम ग्राम पंचायत हंडिया के आंकड़ों पर गौर करें तो माह नवंबर से मार्च तक सभी खेतों में गेहूं व चने की फसल बुवाई होने के बाद किसानों द्वारा अपने खेत पर नाकाबंदी कर दी जाती है जिसके चलते इन पांच महीने के दौरान करीब 150 गोवंश की भूख से मौत हो जाती है एवं शेष 7 महीने में करीबन 60 से अधिक मवेशियों की बीमारी व सड़क दुर्घटना में मौत होती है
आवारा गोवंश के जाने से ग्राम पंचायत को होगा ₹40000 प्रति वर्ष का मुनाफा ग्राम पंचायत द्वारा गांव की परिधि क्षेत्र में आवारा गोवंश की मौत होने पर उन्हें उठबने के लिए ₹200 प्रति मृत मवेशी खर्च करना पड़ता है जिसके चलते प्रति वर्ष ग्राम पंचायत को तकरीबन 40 से ₹42000 अतिरिक्त खर्च मृत मवेशी पर करना पड़ता है आवारा मवेशियों के जाने से ग्राम पंचायत को यह सीधा खर्च बच जाएगा
किसानों को फसल नुकसानी के साथ ही हजारों रुपए की होगी बचत हंडिया तहसील मुख्यालय पर सैकड़ों की संख्या में आवारा मवेशियों के झुंड के झुंड किसानों की सोयाबीन गेहूं एबं मूंग की फसल में दिन-रात नुकसान पहुंचाते रहे ऐसे में किसानों को जहां फसल नुकसानी से निजात मिलेगी तो वही किसान अपनी फसल को बचाने के लिए हजारों रुपए खर्च कर खेत में रखवाला बैठा कर फसल नुकसानी बचाने के लिए दिन-रात प्रयासरत रहते थे ऐसे में आवारा मवेशियों से मुक्ति मिलने पर किसानों को भी हजारों रुपए की बचत होगी
क्या कहती है तहसीलदार अर्चना शर्मा 2 दिन से समूचे नगर में मुनादी कराई जा रही है कि जिन पशु मालिकों के पशु मंडी प्रांगण पहुंच गए हैं वे उन्हें अपने मवेशी छुड़ाकर ले जा सकते हैं अगर इन मालिक पशु मालिकों द्वारा अपने मवेशियों को नहीं छुड़ाया जाता है तो इनके विरुद्ध एफ आई आर दर्ज करने की कार्यवाही की जाएगी
हंडिया से अवधेश तिवारी की रिपोर्ट