नाला उफनने पर नपा कर्मियों ने हटाई पिलरों में फंसी गंदगी, तब बाढ़ से बची शोभापुर की कई कॉलोनी
नाला उफनने पर नपा कर्मियों ने हटाई पिलरों में फंसी गंदगी, तब बाढ़ से बची शोभापुर की कई कॉलोनी

बैतूल/सारनी। कैलाश पाटील 

नगर के शोभापुर कॉलोनी के वार्डों में हर साल बरसात के दिनों में बाढ़ का खतरा बना रहता है। यहां के वार्ड 30 व 31 के बीच एक पुलिया में कचरा फंसने के कारण बाढ़ आने का अंदेशा रहता है। रविवार और सोमवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। ज्यादा पिलरों वाली इस पुलिया के पिलरों में कचरा फंस गया और बारिश के कारण बहाव अचानक तेज हो गया। पानी पुलिया के उपर आता इससे पहले नगर पालिका के बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने तत्परता दिखाते हुए बाढ़ से उफनते नाले में उतरकर इसे साफ किया। पानी का बहाव बनाया तब जाकर शोभापुर कॉलोनी की कई कॉलोनियां अचानक आने वाली बाढ़ से बच सकी। नगर पालिका ने बाढ़ और पानी भराव वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर रखा है, लेकिन पहाड़ी नाले होने के कारण कभी भी अचानक बाढ़ आ जाती है। रिहायशी क्षेत्रों के नाले होने के कारण इनमें कचरा भी बहकर आता है और यही बाढ़ का कारण बनता है। शोभापुर कॉलानी के वार्ड 30 व 31 के बीच स्थित एक पुलिया में 15 से ज्यादा पिलर हैं। रविवार व सोमवार लगातार दो दिनों तक इस पुलिया में कचरा फंसा और बाढ़ आई। इस दौरान नपा के बाढ़ नियंत्रण दस्ते ने पूरी तत्परता दिखाते हुए काम किया। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के स्वच्छता अधिकारी केके भावसार ने बताया कि शोभापुर की टट्टा कॉलोनी के नाले पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। यहां कचरा फंसने और बाढ़ का पानी पुलिया तक आने की सूचना के तत्काल बाद टीम को अलर्ट कर मौके पर भेजा गया। टीम में शामिल कर्मचारियों ने जेसीबी की मदद से उफनते पानी में उतरकर पिलरों में फंसा कचरा हटाया। पानी के बहाव को सुगम किया। यदि ऐसा नहीं किया जाता हो शोभापुर की टट्टा कॉलोनी, गणेश चौक, शक्ति नगर सहित अन्य कॉलोनियों में पानी भर जाता। नोडल अधिकारी भावसार ने बताया कि बाढ़ या जल भराव की स्थिति से निपटने के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। आम जनों से आग्रह है कि ऐसी स्थिति की जानकारी तत्काल कंट्रोल रूम के फोन नम्बर- 07146-256407 पर प्रदान करें। वही नपा का स्वच्छता अमला लगातार नालों की सफाई करने में जुटा है। इसके लिए नपा ने निविदा पर पोकलेन मशीन मंगाई है। अभी तक आधे वार्डों के संवेदनशील नालों को साफ व गहरा किया जा चुका है। श्री भावसार ने बताया नालों की सफाई और चौड़ीकरण-गहरीकरण का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है।