9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में अवकाश घोषित करने महामहिम राज्यपाल महोदय जी को लिखा पत्र।
9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में अवकाश घोषित करने महामहिम राज्यपाल महोदय जी को लिखा पत्र।

बैतूल/सारनी। कैलाश पाटील

20 जुलाई को महामहिम राज्यपाल महोदय को पत्र लिखकर और  गोंडवाना गणतंत्र पार्टी पुर्व प्रत्याशी आमला सारनी विधान सभा एड राकेश महाले निवेदन किया। प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से महाले ने बताया कि सन् 1994 में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी समुदाय के जन-प्रतिनिधि, समाज सेवी, अधिकारी कर्मचारी एवं बुध्दिजीवी लोग उनके जल जंगल जमीन और शैक्षणिक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, संवैधानिक हक अधिकार, पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर एकजूट होकर  आदिवासी समुदाय की  उन्नति को लेकर चिन्तन मनन कर सके। राकेश महाले मध्य प्रदेश कहा आदिवासी बहुल राज्य है उनकी जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के वर्ष 2019 सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में अवकाश घोषित कर 89 आदिवासी विकास खंड में 50,000रु की राशि शासन द्वारा स्वीकृत की गई थी। और सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में आदिवासी दिवस को पर्व के रूप में मनाया गया था। परन्तु वर्तमान शिवराज सरकार द्वारा 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं। 
जिससे यह प्रतित होता है की शिवराज सरकार आदिवासी विरोधी सरकार है। अतः महामहिम राज्यपाल महोदय जी मध्य प्रदेश के आदिवासी समुदाय की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित करें। वहीं समस्त आदिवासी समाज जयस और सभी सहयोगी संगठनों तत्वावधान में 23 तारीख को घोड़ाडोंगरी ब्लाक स्तर पर नेमावर जघन्य हत्याकांड 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस पर अवकाश घोषित करने वह घोड़ाडोंगरी रेलवे स्टेशन और घोड़ाडोंगरी बस स्टैंड का सरदार गंजन सिंह कोरकु के नाम पर करने को आंदोलन ज्ञापन सौंपा जायेगा।