बैतूल/सारनी। कैलाश पाटील
इंटक की ओर से जेबीसीसीआई के सदस्य बेचनराम बाबू हो सकते है। प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से राजेश सिन्हा ने बताया कि जेबीसीसीआई -11 के गठन प्रक्रिया में इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुर्व सांसद व पुर्व मंत्री चंद्रशेखर
ददई दूबे ने इंटक की ओर से नामित होने वाले जेबीसीसीआई सदस्यों की सूची कोल इंडिया लिमिटेड को सौंप दिया है जिस सूची में इंटक के वरिष्ठ नेता बाबू बेचनराम का नाम शामिल हैं।
यह पहला मौका है जब पाथाखेड़ा क्षेत्र से इंटक की ओर से जेबीसीसीआई सदस्य नामित किया गया है। हालांकि इंटक के जेबीसीसीआई में शामिल होने के संदर्भ में विधि मंत्रालय का ओपिनियन आना शेष है। सिन्हा ने बताया कि पाथाखेड़ा क्षेत्र से इंटक के अलावा चारों केंद्रीय श्रमिक संगठन बीएमएस, एचएमएस , एटक और सीटू की ओर से पूर्व में जेबीसीसीआई सदस्य बनाए गए हैं। बीएमएस की ओर से डॉक्टर बसंत कुमार राय, एटक की ओर से डॉ कृष्णा मोदी, सीटू की ओर से विजय बहादुर राय और एचएमएस की ओर से उमाशंकर सिंह जेबीसीसीआई सदस्य रह चुके है।
क्या है जेबीसीसीआई कमेटी
भारत सरकार के स्वामित्व वाली कोयला कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड ओर उसकी अनुषंगी कंपनियां के गैर अधिकारी वर्ग के कोयला कर्मचारियों को मिलने वाले वेतन भत्ते और सुविधाओं का निर्धारण जेबीसीसीआई कमेटी द्वारा किया जाता है। कमेटी के सदस्य कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी अनुषंगी कंपनियों के प्रतिनिधि और कोल इंडिया लिमिटेड में मजदूरों के हितार्थ कार्य करने वाली पांच केंद्रीय श्रमिक संगठन के प्रतिनिधियों के बीच आपसी संवाद स्थापित कर नेशनल कोल वेज एग्रीमेंट निष्पादित किया जाता है, जो कि पांच वर्ष की अवधि के लिए होता है। जेबीसीसीआई-10 की समयावधि 30 जून 2021 को समाप्त हो रहा है।