जोधपुर में फ्रंट लाइन वर्कर के तौर पर पत्रकारों को दिये गये टीके मध्यप्रदेश में क्यो नही ?
जोधपुर में फ्रंट लाइन वर्कर के तौर पर पत्रकारों को दिये गये टीके मध्यप्रदेश में क्यो नही 

जोधपुर में पत्रकार और उनके परिवार के सदस्यों के लिए वैक्सीनेशन शिविर का आयोजन किया गया। 18 से 45 वर्ष की आयु वाले व्यक्तियों के लिए शुरू हुए कैंपेन में जोधपुर के ओल्ड कैंपस परिसर में फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में पत्रकारों को टीके लगाए गए। इस शिविर में 436 लोगों को कोरोना की टीका दिया गया। जोधपुर में पत्रकार संगठनों की ओर से किए गए प्रयास के तहत पत्रकार और उनके परिजनों के लिए विशेष वैक्सीनेशन शिविर का आयोजन किया गया जिसमें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा वैक्सीनेशन का कार्य संपन्न किया गया। जोधपुर जिला कलेक्टर इंद्रजीत सिंह ने स्वयं शिविरस्थल पहुंचकर व्यवस्था का जायजा लिया। वहीं जोधपुर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य्य अधिकारी डॉक्टर बलवंत मंडा भी व्यास विश्वविद्यालय के पुराने परिसर पहुंचे, और समूची टीकाकरण व्यवस्था की समीक्षा की। जिला कलेक्टर ने बताया कि शहर के सभी पत्रकार कोरोना के संक्रमण काल जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रहे हैं। उनके स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान रखते हुए यह विशेष शिविर आयोजित किया गया है। पत्रकारों के परिवारों ने जताई खुशी
कोरोना फ्रंट लाईन वॉरियर्स के रूप में जोधपुर के पत्रकार लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में पत्रकारों के परिवारों को उनके स्वास्थ्य को लेकर लगातार चिंता सताती रहती थी। अब 18 से 45 वर्ष के लोगों के वैक्सीनेशन का कार्य शुरू होने पर शुरुआती दौर में ही पत्रकारों के लिए विशेष प्रबंध किए जाने पर पत्रकारों के परिजनों ने प्रशासन को साधुवाद दिया। आखिर हमारे यहाॅ सरकार पत्रकारो के लिए क्यो नही दे रही सुविधा ? हम सभी पत्रकार मुख्यमंत्री से टीकाकरण को लेकर मांग करते है ।