होशंगाबाद (योगेश सिंह राजपूत ):- कोरोना कॉल मैं अपने तो अपने जिन्हे अपने नजतीकी पड़ोसी समझते थे जिनके साथ सुख दुख में खड़े रहते थे इस विपदा की खड़ी में वे भी पराए हो गए ऐसा ही मामला रसूलिया क्षेत्र विक्रम नगर को देखने को मिला साईं मंदिर के पास रहने वाले एक बीमार व्यक्ति की मृत्यु हो गई किसी ने अफवाह फैला दी कि उसको कोरोना था बस फिर क्या था ? दहशत के मारे रिश्तेदार तो छोड़िए पड़ोसी भी मदद करने नहीं आए और अपने घरों के दरवाजे लगाकर डर के मारे बैठ गए मार्मिक पहलू यह है कि पत्नी अपने पति के शव के पास ही बैठी थी इस घटना की जानकारी स्थानीय समाज सेविका को लगी तो वे मौके पर पहुंचे और नगर निगम को घटना की जानकारी दी बताया जाता है कि नगर निगम की टीम ने मौके पर पहुंचकर सबको कोरोना सस्पेंडेड मानते हुए खर्रा घाट मैं अंतिम क्रिया कर्म कराया कोरोना के नाम पर कर्तव्य लोग माननीय संवेदनाएं को भी ताक पर रखने से बाज नहीं आ रहे हैं पड़ोसीधर्म निभा कर पीड़ित परिवार की मदद करने की बजाय आमाननीय बर्ताव कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ नारायण नगर में रहने वाली शिवानी अपने पिता को खो दिया पीड़ित परिवार की व्यथा यह है कि आसपास के लोगों ने पूरी तरह से संपर्क रखना ही बंद कर दिया यहां तक की आस पास किराना दुकान वाले ने सामान देने से मना कतरा रहे है पिता की मौत के बाद पड़ोसी द्वारा किए गए इस बर्ताव ने पीड़ित परिवार को बुरी तरह से आहत कर दिया एस कोरोना काल में शर्मसार हुई मानवता।
नगर पालिका की सहायता से हुआ अंतिम संस्कार