आहार ऐसा हो जो हमारे लिये उपयुक्त हो
कोरोना एवं पोस्ट कोरोना के लिये दिया जा रहा पोषण और चिकित्स्कीय परामर्श
"शारीरिक स्वास्थ्य हेतु सकारात्मक संवाद" सत्र आयोजित
होशंगाबाद/ 17 मई, 2021/ कोरोना संक्रमण की चुनौती के बीच आमजन को तनाव, परेशानी में मदद करने के साथ उनकी उचित काउंसलिंग किए जाने तथा होम आइसोलेटेड मरीजों को आवश्यक चिकित्सकीय परामर्श उपलब्ध कराने की अनूठी पहल होशंगाबाद जिले में प्रारंभ की गई। कलेक्टर श्री धनंजय सिंह के दिशा निर्देशन चलाएं जा रहे इस अभियान के तहत वृद्धजन, दिव्यांग एवं जरूरतमंदों को घर बैठे हर जरूरी सहायता पहुंचाए जाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जिनके लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है। इन्हीं गतिविधियों में से एक उत्साह वर्धन, योग, प्राणायाम, ध्यान, आदि की जानकारी तथा अकेलापन, तनाव, चिंता से उबारने के लिए संबंधित की काउंसलिंग की जिम्मेदारी प्राचार्य होम साइंस कॉलेज डॉ कामिनी जैन को दी गई हैं। प्राचार्य डॉ. श्रीमती कामिनी जैन ने बताया कि होम आइसोलेट लोगों की काउंसलिंग का कार्य महाविद्यालय द्वारा किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न विषयों पर ऑफलाइन एवं ऑनलाइन परामर्श दिया जा रहा है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी चिकित्सक लोगों की चिकित्स्कीय समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। उत्साहवर्धन हेतु प्रबुद्धजन द्वारा समय-समय पर सकारात्मक पोस्ट भेजे रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस अभियान में गूगल मीट के माध्यम से सप्ताह में चार दिन लोगों को जोड़कर उनसे सकारात्मक संवाद और उनकी विभिन्न समस्याओं का समाधान किया जा रहा है। पिछले सप्ताह मानसिक शांति हेतु अध्यात्म और योग के प्रायोगिक सत्रों का आयोजन किया गया। इस सप्ताह 17 से 20 मई 2021 तक "शारीरिक स्वास्थ्य हेतु सकारात्मक संवाद" आयोजित किया जा रहा है। इन सत्रों में डाइटीशियन और चिकित्सक की मदद से कोरोना एवं पोस्ट कोरोना के लिये पोषण और चिकित्स्कीय परामर्श प्रदान किया जायेगा।
प्राचार्य ने कहा कि मनुष्य जीवन में भोजन का अत्यधिक महत्व है। बीमारी के समय शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। यदि दवाओं के साथ आवश्यक पोषक तत्व भोजन में लिये जायें तो बीमारी से शीघ्र मुक्ति पाई जा सकती है। महाविद्यालय में इस हेतु सी.एन.डी. विभाग के माध्यम से प्रति वर्ष प्रशिक्षित डाइटीशियन समाज में भोजन के माध्यम से पोषण देने का कार्य करती हैं।
आज के सत्र में आमंत्रित डाइटीशियन डॉ. श्वेता सांकल्ले महाविद्यालय की पूर्व शिक्षिका हैं। वर्तमान में वे रेलवे हॉस्पिटल बिलासपुर(छत्तीसगढ़) में नियुक्त हैं। उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के पोषण के सम्बन्ध में बताया कि इस गर्मी के मौसम में गरम चीजें अधिक लेने की आवश्यकता नहीं है। सामान्य तापमान का पानी लें। रोजाना जो भोजन ले रहे हैं वही लें, केवल प्रोटीन की मात्रा में वृद्धि कर लें। उन्होंने उपस्थित सदस्यों के प्रश्नों का उत्तर देते हुये अनेक भ्रांतियों को दूर किया जो भ्रामक सूचनाओं से उत्पन्न हो जाती हैं। तरल पदार्थों के सेवन पर उन्होंने विशेष बल दिया। मधुमेह, कैंसर, ह्रदय रोग आदि बीमारियों से ग्रसित लोगों को यदि कोरोना हुआ है, उनके लिये उपयुक्त आहार के विषय से सम्बंधित प्रश्नों के उत्तर भी ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से दिये। दिन में एक बार गरम पानी में तुलसी डालकर तथा छाछ, नारियल पानी आदि पीने की सलाह दी गई।
महाविद्यालयीन स्टाफ के रूप में में डॉ. श्रीकांत दुबे, डॉ. अरुण सिकरवार, डॉ. रागिनी दुबे, डॉ. ज्योति जुनगरे, डॉ. रागिनी सिकरवार, डॉ.कंचन ठाकुर, डॉ. हर्षा चचाने, डॉ. वैशाली लाल, श्रीमती किरण विश्वकर्मा, डॉ. मनीष चौधरी , डॉ. आशीष सोहगौरा, श्री अजय तिवारी, डॉ. नीतू पवार, डॉ. पूजा थापक तथा कंप्यूटर विभाग और आई. टी. सेल के सदस्य श्रीमती आभा वाधवा, श्री शैलेन्द्र तिवारी, श्री देवेंद्र सैनी, डॉ. रीना मालवीय, श्री जलज श्रीवास्तव, श्री बलराम यादव, श्री मनोज सिसोदिया एवं श्री राजेश यादव इस ऑनलाइन सत्र में उपस्थित रहे।