होशंगाबाद:- (योगेश सिंह राजपूत ) सम्पूर्ण मध्यप्रदेश ओर जिले में लाकडाउन के बावजूद प्रतिदिन समीपस्थ तवा और नर्मदा नदी वाले क्षेत्रो से रेत का एक्सीवेटर मशीन से उत्खनन किए जाने के साथ ही अवैध परिवहन धड़ल्ले से जारी है। नदीयो से भारी मात्रा में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर बार बार खबरों के प्रकाशन के बावजूद रेत बेरोक टोक उत्खन्न जारी रहने से खनिज अधिकारी के साथ साथ जिले के आला अधिकारियों की भूमिका सन्देह के दायरे में आना लाजिमी है। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण संपूर्ण लाकडाउन के बाबजूद भी खनिज अधिकारी की कथित साठगांठ से आसपास से नदी से रेत माफियाओं ने भारी मात्रा में रेत का अवैध उत्खनन कर शासन के नियमों और लाकडाउन की धज्जिया उडा रहे है । वहीं एक रेत माफिया ने नगर से तवा नदी और नर्मदा नदी में बेखौफ एक्सीवेटर मशीन लगाकर रेत का व्यापक पैमाने पर खुलेआम अवैध उत्खनन करा कर अवैध परिवहन करा कर शासन को कर शासन के नियामों और लोगो की भावनाओ की अपूरणीय क्षति पहुंचाई।
खनिज अधिकारी के कथित संरक्षण में बार बार खबरों के प्रकाशन समेत खनिज अधिकारी को सूचना दिए जाने के बाद भी रेत का खेल लगातार जारी रहने से राज्य सरकार की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग रहा है। अगर सम्पूर्ण प्रदेश महामारी कारोनो की चपेट मे है ओर आपदा से जूझ रहा है तो फिर इनके लिए कोई कायदा कानून नही है क्या ? लाक डाउन होने के बाबजूद रेत उठने का काम निरंतर चल रहा है खनिज विभाग की भ्रष्ट कार्यशैली के कारण रेत का अवैध कारोबार लक डाउन में भी लगातार जारी है। देखना है कि इस पर आला अधिकारी ओर शासन क्या ठोस दण्डात्मक कार्यवाही कर पाते है कि नही ?