’’गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ-उपासना’’ गायत्री परिजन देशभर में घर-घर देंगे आहुति कोरोना वायरस का नाश करने के लिए
कोरोना वायरस का नाश करने के लिए तीन मई को विश्वभर में फैले गायत्री परिजन घर-घर में यज्ञ में आहुति देंगे। अखिल विश्व गायत्री परिवार के नेतृत्व में गायत्री परिवार की माताजी के जन्मशताब्दी वर्ष 2026 तक का समय गायत्री यज्ञ उपासना वर्ष के रुप में 2017 से मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय का संकल्प के साथ कोरोना से मुक्ति, पर्यावरण संवर्धन एवं संरक्षण, वातावरण का परिशोधन, समर्थ राष्ट्र निर्माण, वैचारिक उत्कृष्टता, समाज में छाई हुई विकृतियों को नष्ट करने तथा सत्प्रवृत्तियों के संवर्धन के लिए आध्यात्मिक प्रयोग सामूहिक स्तर पर पूरे विश्व में किया जा रहा है।
गायत्री परिवार के प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या के मार्गदर्शन में इसमें भारत के साथ साथ अमेरिका, कनाडा, साउथ एशिया सहित अनेक देशों में विश्व भर के करोड़ों साधक आयुर्वेदिक औषधियुक्त हवन सामाग्री के साथ गायत्री, महामृत्यंजय एवं सूर्य (आदित्य) मंत्रों के उच्चारण कर यज्ञ में आहूति अर्पित करेंगे।
’’गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ-उपासना’’ का मुख्य उद्देश्य मानव कल्याण है।
वेद-पुराण और आयुर्वेदिक ग्रंथों में स्वास्थ्य रक्षा के लिये अनेक मंत्रों व उपायों का उल्लेख है। वैदिक काल के ये मंत्र और उपाय आज भी अचूक है। पूरे विश्व में एक दिन एक साथ यज्ञ करने पर प्रयुक्त हवन सामग्री से जो धूम्र उत्पन्न होगा वह पूरे ब्रम्हाण्ड में समाहित होकर संपूर्ण वातावरण को शुद्ध करेगा।
मोबाइल पंडित एप पर मंत्र
गायत्री परिवार म.प्र. के जोन समन्वयक ने बताया कि गायत्री परिवार संगठन के सदस्यों द्वारा घर-घर जाकर यज्ञ कार्य संपन्न कराना संभव नहीं है। इसके लिए पूर्व से सभी परिवारों को स्वयं ही अपने घरों में यज्ञ करने हेतु यूट्यूब के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। साथ ही मोबाइल पंडित एप पर ऑनलाइन तैयारियां की गई हैं, ताकि किसी भी व्यक्ति को स्वयं से यज्ञ करने में कठिनाई उत्पन्न न हो। छत्तीसगढ़ राज्य में भी लाखों घरों में एक दिन एक साथ एक समय में ’गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ करने’’ लक्ष्य रखा गया है।