बैतूल/सारनी। कैलाश पाटिल
मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम फार एमपलाइज एंड इंजीनियर्स के प्रान्तीय संयोजक वीकेएस परिहार ने बताया मध्यप्रदेश में कोविड-19 से संक्रमित लगभग 350 विद्युत अधिकारी कर्मचारी वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं। लगभग 2 हजार से अधिक पूरे मध्यप्रदेश में विद्युत अधिकारी, कर्मचारी, आउटसोर्स श्रमिक कोविड-19 बीमारी से संक्रमित है। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने फोरम के 8 अप्रेल 2021 के पत्र जवाब में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 10 अप्रेल को पत्र लिखकर बिजली कर्मचारी एवं अधिकारीयो को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन की मांग की गई थी। लेकिन अभी तक सरकार ने बिजली विभाग को फ्रंट लाइन वर्कर का दर्जा नहीं दिया है न ही इस ओर कोई ध्यान दिया गया है। वितरण कंपनियां हो या जनरेटिग कंपनी विद्युत अधिकारी कर्मचारियों में भय का वातावरण है। मध्यप्रदेश मे आगामी समय में विद्युत व्यवस्था पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र वितरण कंपनी इंदौर में 105 कर्मचारी, अधिकारी , आउटसोर्स कर्मी का कोविड - 19 की महामारी के चलते आकस्मिक निधन हुआ है। यही हाल अन्य वितरण कंपनियों एवं जनरेटिग कंपनी का है। विद्युत विभाग के अधिकारियों, कर्मचारी , ठेका श्रमिको को जो उत्पादन से सीधे तौर पर जुड़े हैं। जो 24 घंटे लगातार उत्पादन के साथ विद्युत वितरण कर रहे हैं, जिससे अस्पताल , कोविड-19 सेंटर एवं डोमेसटिक आपूर्ति की जा सके। इसके कारण आम जनता घर में सुरक्षित रह कर कोरोना के नियम का पालन कर सके। प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन और मुख्य मंत्री कोविड-19 का लाभ 1मार्च 2021 से दिए जाने की मांग की गई है। यूनाइटेड फोरम जनरेशन सारनी के प्रचार सचिव अंबादास सूने ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन को यूनाइटेड फोरम की ओर से लगातार पत्र लिखकर बिजली कर्मचारी एवं अधिकारीयो को मुख्यमंत्री कोविड योजना का लाभ मिले साथ ही कोरोना के चलते निधन हुए कार्मिको को 50 लाख रुपये का भी लाभ देने की मांग की गई है। मध्यप्रदेश यूनाइटेड फोरम के संयोजक वीकेएस परिहार ने पत्र 176/2021 दिनांक 4 मई को प्रधानमंत्री के साथ केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है।