सीएमएचओ की मनमानी से त्रस्त जीवन से खिलवाड और मनमर्जी,दबाब टेªनिंग और सुरक्षा कबज के हो रहा, कोविड -19 टेस्ट
होष्ंागाबाद:- ( योगेष सिंह राजपूत ) - प्रदेश में कोविड-19 का दूसरा लहर जारी है जिसमें लगातार संक्रमित व्यक्तियों की संख्या जिस तरह बेतहाशा बढ़ी है उसी तरह मौतों की भी संख्या बढ़ रही है में दूसरी लहर पर जल्द ही काबू पाया जा रहा है। जो भयावह स्थिति बनी हुई थी उससे जिला अभी उभर रहा है आपको बता दें कि होशंगागबाद के जिला चिकित्सालय स्वास्थ्य विभाग के मुखिया सीएमएचओ मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भारी लापरवाही बरती जा रही है एक नया पैंतरा आजमाया जा रहा है।
जिसको लेकर मध्यप्रदेष लघु वेतन कर्मचारी संघ के संभागीय अध्यक्ष रविषंक दुबे,न्यू बहु उद्देषीय स्वास्थ संघ के जिला अध्यक्ष प्रवीण पटेल नर्मदापुरम् संभाग होष्ंागाबाद ने कोविड-19 महामारी की जांच में सेवारत कर्मचारियों को प्रषिक्षण एवं सुरक्षा संसाधन उपलब्ध ना होने से संक्रमण की चपेट में आने की चिंता जताई है कि कोविड-19 महामारी की आरटीपीसीआर एवं रेपिड किट के माध्यम से जांच कराई जा रही है वही वर्तमान मैदानी कार्यकर्ताओं को अतिरिक्त टारगेट देकर जांच करने हेतु संबंधित अधिकारियों द्वारा मौखिक रूप से आदेषित किया जाकर दबाब बनाकर जांच कार्य कराने के लिये निर्देषित किया जाकर बाध्य कर रहे है। वही इस संबंध मे विभाग के द्वारा जांच कराये जाने के संबंध में इन्हंे किसी भी प्रकार का कोई प्रषिक्षण नहीं दिया गया है, प्रषिक्षण के अभाव इन कार्यकर्ताओं से जांच कराये जाने से जांच के परिणाम की गुणवत्ता प्रभावित होने की संभावना होगी और जाॅच कहा तक सही होगी यह कोई नही जानता है।
वही दूसरी तरफ मौखिक आदेष को सरमौर रखकर कार्यकर्ता वर्तमान में कोविड-19 महामारी की विपरीत परिस्थति में भी पूरी मेहनत एवं लगन से गाॅव गाॅव और मोहल्ले गली गली जाकर कार्य कर रहे हैं । वही दूसरी तरफ इनके पास स्वयं की सुरक्षा हेतु पी.पी.ई. किट सहित अन्य सुरक्षा संसाधन उलब्ध नहीं हैं, और ना ही प्रषासन के द्वारा उन्हे किसी प्रकार की सुरक्षा किट दी गई र्है। ऐसी स्थिति में इनसे जांच संबंधी कार्य कराये जाने पर वह कैसे संक्रमण से बच सकेगी स्वयं कोरोना महामारी से प्रभावित होंगे एवं अपने परिवार सहित आस-पास के जन-सामान्य को भी इस संप्रभावित करेगी। तथा थोडी से लापरवाही कही पूरे जिले को एक भीषण समस्या में खडा ना कर दे। इस संबंध में मध्यप्रदेष लघु वेतन कर्मचारी संघ नर्मदापुरम् संभाग होष्ंागाबद ने सुरक्षा संसाधन के अभाव में मैदानी कार्यकर्ताे (ए.एन.एम./एम.पी.डब्ल्यू.,एलएचव्ही,सुपरवाईजर ) की मृत्यु होने पर इनके परिवार को 50 लाख रूपये की अर्थिक सहायता एवं अनुकम्पा नियुक्ति संबंधि नियमों का प्रावधान किया जावे तथा कोविड-19 महामारी में आरटीपीसीआर एवं रेपिड किट की जांच संबंधी कार्य में लगे मैदानी कार्यकर्ताओं को विधिवत प्रषिक्षण देने के पश्चात एवं सुरक्षा संसाधन उपलब्ध कराने के पश्चात ही जांच संबंधी कार्य कराये जाने हेतु आदेषित करने का मांग रही है। इस संबंध में संभागीय अध्यक्ष ने अपने पत्र के माध्यम से सरकार को अवगत कराया है कि इस भीषण आपदा के समय अगर थोडी से लापरवाही और लघु वेतन कर्मचारीयो के जीवन से खिलवाड कही भारी ना पड जाये को लेकर जिला प्रषासन और सीएमओ को एक ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया।