*कोरोना पोजिटिव से स्वस्थ होने पर पुन: टेस्ट की आवश्यकता नही :- डॉ बिश्नोई*
संवाददाता वागाराम बोस की रिपोर्ट
बाड़मेर:- । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के निदेशक जन स्वास्थ्य निदेशालय जयपुर द्वारा दिए गये निर्देशानुसार भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग, स्वास्थ्य मंत्रालय और परिवार कल्याण, भारत सरकार द्वारा कोरोना महामारी की दूसरी लहर के सेम्पलिंग हेतु एडवाइजरी जारी की है | मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल बिश्नोई ने बताया कि एक बार आरटीपीसीआर टेस्ट में पोजिटिव पाए जाने गये रोगियों के स्वस्थ होने पर पुन: टेस्ट करवाने की आवश्यकता नही है, जो आरटीपीसीआर पॉजिटिव रोगी अस्पताल में भर्ती है उनका डिस्चार्ज से पूर्व पुन: टेस्ट करवाने की आवश्यकता नही है, साथ ही कोविड-19 केसेज की वर्तमान स्थिति के दोरान जिन रोगियों में बुखार, खांसी के साथ बुखार, सिर दर्द, गले में खराश, साँस लेने में तकलीफ, बदन दर्द, स्वाद व खुशबु की क्षमता खोना, थकान व् दस्त के लक्षण पाये जाये, उक्त को कोविड -19 संदिग्ध रोगी माना जाये, जब तक की कोई अन्य रोगी की पुष्टि ना हो |
प्रेस नोट :- 2
World Hand Hygiene Day:
हाथों की सफाई से कोरोना के साथ अन्य कई गंभीर संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सकता है - डॉ विश्नोई
बाड़मेर:- । कोरोना वायरस संक्रमण के मामले दुनियाभर में तेजी से बढ़ रह हैं। देश में भी हर दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। जब तक इसकी कोई नियत दवा नहीं आ जाती तब तक वैक्सीन, सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई बरतना ही इससे बचाव का सबसे कारगर तरीका है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए ठीक से हाथ धोना सबसे ज्यादा जरूरी है, क्योंकि हाथों से ही संक्रमण फैलने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। हाथ धोने में ज्यादातर लोग अक्सर लापरवाही बरतते हैं। हाथ धोना सामान्य बात है और बहुत आसान है, लेकिन अधिकतर लोगों को अबतक हाथ धोने का सही तरीका नहीं अपनाते है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन तक और अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) से लेकर विभिन्न देशों की स्वास्थ्य एजेंसियों ने लोगों को हैंड हाईजीन पर अधिक जोर देने को कहा है।
इसी को ध्यान रखते हुए सीएमएचओ के निर्देशन में स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मियों ने डोर टू डोर सर्वे के दौरान लोगों को हाथ की सफाई एवं सोशल डिस्टेंस की महत्वता बताई एवं लोगों को जागरूक किया ! इस दौरान अनेक कोविड-19 नेशन सेंटर पर टीका कर्मियों ने और क्यों क्या हाथ सेनीटाइज कर के इसकी महत्वता बताई एवं आशा व एएनएम ने घर घर जाकर लोगों को इसके बारे में जागरूक किया ! जिला स्तर से सीएमएचओ डॉ बाबूलाल बिश्नोई आरसीएचओ डॉ प्रीत महिंदर, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ पंकज सुथार, अर्बन नोडल अधिकारी डॉ हरदान, जिला आशा कोऑर्डिनेटर राकेश भाटी ने वैक्सीनेशन सेंटर एवं डोर टू डोर सर्वे में लगी टीमों का निरीक्षण किया एवं उन्हें सोशल डिस्टेंस हाथ की सफाई एवं मास्क पहनने को लेकर जागरूक किया, इस दोरान आशा सहयोगिनी द्रोपती, सुरजा, प्रेमलता व् नीतू दवे उपस्थित
138 मरीज हुये कोरोना से मुक्त :- डॉ बिश्नोई
बाड़मेर:- । जिले में बुधवार को प्राप्त 2314 आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट में 245 नये कोविड पॉजिटिव मरीज मिले है । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी एल बिश्नोई ने बताया कि बुधवार को एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 3054 हो गये है । राजकीय अस्पताल बाड़मेर में 399 मरीज, कोविड केयर सेंटर आईटीआई कोलेज बाड़मेर में 16 मरीज, राजकीय अस्पताल बालोतरा में 83 मरीज, कोविड केयर सेंटर एमबीआर महाविधालय बालोतरा में 5 मरीज, कोविड केयर सेंटर राजकीय महाविधालय बायतु में 47 मरीज एवं 32 मरीज निजी अस्पताल में भर्ती है । 2472 मरीज होम आइसोलेशन में रखे गये है । डॉ बिश्नोई ने बताया की 138 मरीजों कोरोना से मुक्त होकर स्वस्थ हुए है जिनको बुधवार को डिस्चार्ज किया गया । नये मामलो के साथ ही जिले में अप्रैल 2020 से अब तक 9801 पॉजिटिव मरीज मिले है एवं 141 लोगों की मौत हुई है । साथ ही एचआरसीटी जांच में स्कोर वाले 286 संदिग्ध कोविड मरीज राजकीय अस्पताल बाड़मेर एवं 60 संदिग्ध कोविड मरीज राजकीय अस्पताल बालोतरा में भर्ती है ।