होश्ंागाबाद:- ( योगेश सिंह राजपूत) - जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित कर देना चाहिए कि वे ही अस्पताल को कोविड अस्पताल में तब्दील किया जाए, जो हर वक्त अपने भर्ती मरीजों को सम्पूर्ण व आक्सीजन की सुविधा उचित रेट पर दे सके। बिना आक्सीजन की सुविधा वाले अस्पतालों को कोविड अस्पताल नहीं बनाया चाहिए ऐसा इसलिए कि जिन अस्पतालों में आक्सीजन की सही सुविधा नहीं है वहां पर जरूरत पड़ने पर आक्सीजन नहीं मिली तो इसके गंभीर परिणाम सामने देखने को मिल रहे है मरीज और परीजन काफी परेशान हो रहे है आखिर पैसे देने के बाद सुविधा क्यो नही आखिर इसमें दोष किसका
कोविड मरीजों के उपचार के लिए लगातार अस्पताल और बेड क्षमता बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा था, लेकिन अब ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि अन्य कई शहरों में ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जहां के ऐसे अस्पतालों को कोविड अस्पताल में तब्दील कर दिया गया था, जहां महज कुछ बिस्तर में ही आक्सीजन सिलिंडर की व्यवस्था थी। जब मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ी तो उन्हें समय पर नहीं मिल पाया और जिसके गंभीर परिणाम झेलना पड़ा।
अब इस तरह की गलती की गुंजाइश को पूरी तरह से खत्म करने के लिए जिले में अब ऐसे ही अस्पताल को कोविड मरीजों की उपचार करने की इजाजत दी जाएगी, जिनके पास खुद आक्सीजन सुविधा हो या फिर क्षमता के अनुसार उनके पास आक्सीजन सिलिंडर हो। यदि आक्सीजन की उपलब्धता क्षमता अनुसार पाई जाये तो तभी अस्पतालों को कोविड मरीजों के उपचार की अनुमति दी जाना चाहिए। अन्यथा लोगो के जीवन से खिलवाड क्यो ?