शहर में मेडिकल स्टोर की आयी बाढ जबाबदार फूड एंड ड्रग्स अधिकारीयो की कार्यवाही गायब
शहर में मेडिकल स्टोर की आयी बाढ जबाबदार फूड एंड ड्रग्स अधिकारीयो की कार्यवाही गायब 

होशंगाबाद - संभाग में विभाग की चुप्पी क्या सिद्ध कर रही है नही मालूम मगर शहर में हर एक चैराहे पर मेडीकल दुकानो की बाढ आ गई शहर में नई नई दर्जनो दुकानो अचानक खुल गई आखिर कैसे किसने कब लाइसेस दे दिया पता नही सूत्रो के अनुसार आखिर इस तरह की दुकानो का खुल जाना कालाबाजारी और अधिकारियो की मिली भगत स्पष्ट दिखाई दे रही है शहर से महज 75 किमी दूरी पर भोपाल पुलिस रेमडेसिविर इंजेक्‍शन के मामले में लगातार कार्रवाई कर रहा है। क्राइम ब्रांच से लेकर कोलार में पुलिस की छापेमार कार्रवाई की जा रही है। इसमें अस्पताल और मेडिकल स्टोर के कर्मचारियों की मिलीभगत से इन इंजेक्‍शनों की कालाबाजारी की बातें सामने आ रही है। इसके बाद प्रदेश का फूड एंड ड्रग्स विभाग की इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जाने कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इस विभाग ने अभी तक पुलिस ने इस मामले में कोई जांच रिपोर्ट नहीं मांगी है न ही इन मामलों में अपनी तरफ से कोई पहल की है। पूरे मामले को वह बड़ी ही खामोशी बया कर रही है। रेमडेसिविर की कालाबाजारी को लेकर एक सप्ताह से पुलिस कार्रवाई कर रही है। इसमें अभी तक आठ लोगों को पकड़ा जा चुका है, लेकिन फूड एंड ड्रग्स अपनी तरफ से पुलिस की जांच में शामिल नहीं हुई है। जबकि सभी आरोपित शहर के बड़े अस्पतालों और मेडिकल स्टोर्स से जुडे हैं। आखिर हमारे शहर में जो दवाई आती है और जो मेडीकल संचालित हो रही है वह भोपाल के थोक व्यापारीयो के माध्यम से ही चल रही है इतना सब होने के बावजूद फूड एंड ड्रग्स की नींद नहीं टूट रही है। आखिर दवाईया की काला बाजारी और मुनाफाखोरी तो हमारे शहर में भी बडे स्तर पर हो रही है मगर विभाग की चुप्पी क्या बया कर रही है वह खुद ही समझ सकते है देखना है कि इस संबंध में प्रशासन क्या कार्यवाही करता है ? क्या ड्रग अधिकारी अपनी मनमानी करते रहेगे ?