कालाबाजारी और पैसा कमाने के चक्कर में भूल गए मानवता
कालाबाजारी और पैसा कमाने के चक्कर में भूल गए मानवता
 योगेश सिंह राजपूत होशंगाबाद की रिपोर्ट
कोरोना संक्रमण और दवाइयों की कालाबाजारी पर साप्ताहिक आंखें क्राइम पर प्वाइंट लिखा है।
पूरा देश कोरोना महामारी के भयावह दौर से गुजर रहा है। महामारी पर काबू पाने सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। लेकिन कुछ लालची लोगों ने आपदा में पैसा कमाने का मौका तलाश लिया। दरअसल कोरोना से गंभीर रूप से संक्रमित व्यक्ति के जीवन रक्षक के रूप में रेमडेसिविर इंजेक्शन संजीवनी बनकर सामने आया है, परंतु इस इंजेक्शन की अस्पताल व दवा दुकानों में किल्लत हो गई है। अधिक मुनाफा कमाने की लालच में लोग सारी मानवता को दरकिनार कर रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने से बाज नहीं आ रहे है। पुलिस ने अब तक निजी और रेलवे अस्पताल के दो नर्सिंग स्टाफ समेत चार लोगों को इंजेक्शन की कालाबाजारी करते रंगे हाथ पकड़ा है।