होश्ंागाबाद:- (योगेश ंिसह ) - सेमेरिटन अंग्रेजी माध्यम स्कूल बाबई के विद्यार्थी और पालको को इन दिनों में रोजाना घर में भाप ले बच्चों और उनके माता-पिता और स्वजन भी इस नियम का पालन करने को कह रहे हैं। प्राचार्या जागृति सिंह के मुताबिक प्रतिदिन भाप लेने से स्वास की नली और गले का खरास जल्दी दूर होती है। कोरोना काल में यह लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
स्कूल प्रबंधन द्वारा बकायदा सभी शिक्षकों के माध्यम से बच्चों को इसके लिए प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। प्राचार्य किा यह भी कहना है कि यह कोई दवाई या इलाज नहीं है। सिर्फ एक सुझाव है। आयुर्वेद में भाप का बड़ा महत्व है। कोरोना काल में यह देखा गया है कि डाक्टर भी सर्दी खांसी के मरीजों को प्रतिदिन गुनगुने पानी से गरारा करने और भाप लेने सुझाव दे रहे हैं। कुछ शोध के अनुसार यह पाया गया है कि भाप लेने से कोविड-19 से पूरी तरह से राहत तो नहीं मिलेगी लेकिन यह इसके खिलाफ लड़ने में मदद जरूर करेगा। भाप लेने के दौरान कुछ सावधानियां भी जरूरी है। भाप लेते समय इस बात का ध्यान रखें कि कहीं गर्म पानी बाहर ना बह रहा हो। इससे त्वजा जल सकती है या नुकसान हो सकता है। आप जल सकते हैं। स्टीमर या गर्म पानी से खुद को और अपने बच्चे को दूर रखें ताकि किसी को नुकसान ना पहुंचे। भाप लेते समय अपने पास तौलिया जरूर रखें और भाप लेने से पहले या नाक या मुंह को नोजल या स्टीमर के पास ले जाने से पहले भाप के प्रवाह को ज्यादा रखें। ध्यान रखें कि आप दिन में दो बार से ज्यादा भाव ना लें क्योंकि ज्यादा भाप लेने से आपका चेहरा और नाक सूखा सकता है। जिससे फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण होने का खतरा बना रहेगा।
कारोना काल में दिशा निर्देश का पालन जरूरी करे:-
00 मास्क लगाना अनिवार्य है। बिना इसके घर से बाहर ना निकलें।
00 दो गज की दूरी का पालन जरूरी है। बाजार में सावधानी बरतें।
00 दिन में लगातार हाथ धोते रहें। साबुन या सैनिटाइज का प्रयोग करें।
00 सर्दी-खासी या जुकाम आने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
00 कोविड-टेस्ट कराएं। टीकाकरण के लिए दूसरों को भी प्रोत्साहित करें।