तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जिले भर में गांव-गांव जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों सहित सामाजिक संगठनों द्वारा लोगों को मास्क का वितरण करने के साथ कोरोना से बचाव संबंधी समझाइश दी जा रही है। इसी क्रम में महिला बाल विकास विभाग अंतर्गत आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के साथ 64 सुपरवाइजर ने स्वयं कोविड-19 के प्रोटोकॉल अनुसार लोगों को जागरुक करने का बीड़ा उठाते हुए दीवार लेखन का कार्य शुरू कर दिया है। गांव्-गांव में जगह जगह दीवार लेखन के माध्यम से लोगों को कोरोना के लक्षण बताते हुए जनता से अपील की जा रही है कि यदि उनको सर्दी, खांसी, गले में दर्द, तेज बुखार, बदन दर्द, सांस लेने में तकलीफ जैसे कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं तो हेल्पलाइन में फोन करके सूचित करें। ताकि समय पर संबंधित व्यक्ति को दवाई दी जा सके। लक्षण होने पर तत्काल अस्पताल पहुंचेंरू लोगों को यह भी बताया जा रहा है जिस किसी को बहुत तेज बुखार यह सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो तुरंत अस्पताल में भर्ती हो जाएं। जो व्यक्ति सामान्य लक्षण में हैं तो वह अपने आपको होम आइसोलेशन में रखें और दी गई दवाइयों का समय पर सेवन करें। महिला व बाल विकास विभाग की टीम कोरोना वॉलिंटियर के रूप में कार्य करते हुए विभिन्ना् स्थानों राशन की दुकानों या जरूरी सेवाओं की दुकानों में पहुंच कर लोगों को समझाइश दी जा रही है कि हमेशा मास्क लगाकर रखें, दो गज की दूरी बनाकर रखें और साबुन से हाथ धोते रहें, बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। लोग अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढाएंरू लोगों को यह भी समझाइश दी जा रही है कि सभी लोग अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढाएं। ताकि करोना वायरस शरीर में कोई असर न कर पाए। अधिक से अधिक गर्म पानी का उपयोग करने, गर्म पानी से नमक का गरारा करने, खट्टे फलों का सेवन करने, हल्दी, अदरक, लहसुन का उपयोग करने के बारे में भी बताया जा रहा है। साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि बासा भोजन न खाएं, ठंडा पानी न पिएं, मैदे की सामग्री न खाएं। शेष दूरदराज क्षेत्रों में भी प्रचार प्रसार का कार्य जारी है। सांझा चूल्हा में कार्यरत महिलाओं व आंगनवाडी कार्यकर्ताओं के माध्यम से मास्क बनवाए जाने के साथ लोगों को वितरित किए जा रहे हैं।
गांव-गांव चलाया जा रहा कोरोना से बचाव अभियान