गाॅव गांव में महुआ शराब खोज रहे शौकीन, लाकडाउन में विभाग की कार्यवाही सुस्त
गाॅव गांव में महुआ शराब खोज रहे शौकीन, लाकडाउन में विभाग की कार्यवाही सुस्त
न्यूज एसीपी नेटवर्क की खास खबर 
होशंगाबाद। मुख्यालय से लगे हुये ग्रामों में लाकडाउन के कारण शराब के शौकीन अब आसपास के ग्रामीण इलाकों में पहुंचने लगे हैं। जैसे ही धूप कम होती है शाम ढलती है ग्रामीण क्षेत्र में पहुंच कर महुआ शराब जुगाड़ करने के लिए पहुच जाते है। और उन्हे मुख्य मार्ग, नदी नालों के किनारे बैठ 
शौक मिटा रहे हैं। इससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। नगर से लगे मार्ग में शराब की बोतलें और डिस्पोजल गिलास व खाने पीने की चीजे सड़कों पर ही बिखरीं नजर आ जायेगी । गांव के बांकी नदी के किनारे भी दो पहिया, चार पहिया वाहन लगाकर देर रात तक हुड़दंग भी कर रहे हैं। इससे तंग आकर नाराज ग्रामीणों ने दो दिन पूर्व शहर के कुछ लड़कों को दौड़ाया भी था। ग्रामीणों के आक्रोश को देख शहर से पहुंचे युवक शराब की बोतलें व खाने पीने का सामान छोड़कर भाग खड़े हुए। गौरतलब है कि शहर में लाकडाउन के कारण शराब दुकानें बंद है। चोरी छुपे कुछ लोग शराब भी उपलब्ध करा रहे हैं। शराब लेने के बाद शौकीन लोग पीने की जुगत लगा रहे हैं। शहर में कहीं जगह नहीं मिल रही तो गांव की ओर निकल जा रहे हैं। शहर के स्टेडियम और सब्जी बाजार के आसपास लोगों की भीड़ लगी रहती है। कुछ लोग महुआ शराब ग्रामीण इलाके में उपलब्ध करा रहे है जो ब्लेक से लोगो को आसानी से मिल रही है। सुबह उठकर जब ग्रामीण आवागमन शुरू करते हैं तो कांच की बोतलें चारों ओर बिखरी नजर आती हैं। लंबे समय से यहां शहरी लोगों का शराब पीने आना होता हैए इस कारण सड़क किनारे व खेतों में डिस्पोजल गिलासए कांच की बोतलें बिखरी नजर आ रही हैं। असामाजिक किस्म के युवा इसे फोड़ रहे हैं जिससे ग्रामीणों की खेत को नुकसान भी पहुंच रहा हैं। ग्रामीण क्षेत्रो में छोटी छोटी दुकानो पर दारू खुले आम बिक रही है मगर अबकारी विभाग की लापरवाही के चलते ग्रामीण काफी परेशान है और दारू खुले आम बिक रही है। देखना है कि विभाग कोई कठोर कार्यवाही कर पाता है कि नही ?