कलेक्टर ने किया सर्वसुविधायुक्त इमरजेंसी वार्ड का शुभारंभ आपातकालीन स्थिति में लाए गए मरीजों का विशेष सुविधा के साथ होगात्वरित इलाज
*कलेक्टर ने किया सर्वसुविधायुक्त इमरजेंसी वार्ड का शुभारंभ आपातकालीन स्थिति में लाए गए मरीजों का विशेष सुविधा के साथ होगात्वरित इलाज*

बलरामपुर / जिला प्रशासन द्वारा लोगों को बेहतर तथा त्वरित स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य के साथ जिला चिकित्सालय में इमरजेंसी वार्ड का निर्माण किया गया है। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू तथा वनमंडलाधिकारी श्री लक्ष्मण सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर 7 बिस्तरीय इमरजेंसी वार्ड का शुभारंभ किया।

ज्ञातव्य है कि जिला चिकित्सालय बलरामपुर में इससे पूर्व आपातकालीन स्थिति में लाए गए मरीजों के लिए अलग से कोई विशेष व्यवस्था नहीं थी जिससे उन्हें अन्य मरीजों के साथ सामान्य वार्ड में शिफ्ट करना पड़ता था। लेकिन कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के पहल और सतत् प्रयास के परिणामस्वरूप अब 7 बिस्तरीय सर्वसुविधायुक्त इमरजेंसी वार्ड के बनने से दुर्घटना तथा अन्य आपातकालीन स्थिति में लाए गए मरीजों को विशेष सुविधा के साथ त्वरित इलाज मिल पाएगा एवं उन्हें इधर-उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कलेक्टर श्री श्याम धावड़े ने इमरजेंसी वार्ड का शुभारंभ करने के बाद डॉक्टरों से चर्चा करते हुए कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है, आपातकालीन वार्ड के बनने से लोगों को समय पर इलाज मिलेगा और उनकी जान बचाई जा सकेगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य अधोसंरचनाओं के विकास के लिए प्रशासन द्वारा निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं और आने वाले दिनों में जिला चिकित्सालय की अन्य जरूरतों को भी पूरा कर उनकी अन्यत्र निर्भरता को कम किया जाएगा। उन्होंने डॉक्टरों से इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को आपात स्थिति में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि किसी भी आपात स्थिति में मरीज को लाने पर डॉक्टर पंजीयन उपरांत उन्हें तुरन्त इलाज मुहैया कराएंगे। इमरजेंसी वार्ड में 24 घंटे डॉक्टर, नर्स, जीवन रक्षक दवाइयां तथा ऑक्सीजन की उपलब्धता होगी। माइनर ओटी के माध्यम से दुर्घटना में प्रभावित मरीजों को तत्काल इलाज मिलेगा तथा मरीज के स्थिति में सुधार आने पर उन्हें वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बसंत सिंह ने बताया कि 24 घण्टे सात दिन इमरजेंसी वार्ड खुला रहेगा तथा डॉक्टर एवं नर्स की मौजूदगी रहेगी। उन्होंने कहा कि वार्ड बनने से जिला चिकित्सालय और अधिक व्यवस्थित होगा तथा लोगों को आपात स्थिति में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा दी जा सकेगी। इस अवसर पर सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक डॉ. आर0के0त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा, डॉ. राजीव तिवारी सहित अस्पताल के अधिकारी कर्मचार उपस्थित थे।

 *सौरव कुमार चौबे कि रिपोर्ट*